VIDEO: महाराष्ट्र में वंदे मातरम पर तकरार, पार्षदों में हुई धक्का-मुक्की
सभा के दौरान वंदे मातरम गाए जाते समय कांग्रेस के सभासद सोहैल शेख और एमआईएम के सैयद मतीन खड़े नहीं हुए।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र की औरंगाबाद महानगरपालिका में वंदे मातरम गाने, न गाने के सवाल पर कांग्रेस-एमआईएम और शिवसेना-भाजपा के सभासदों ने जमकर हंगामा किया। दोनों पक्षों में धक्कामुक्की भी हुई। हंगामे के बाद दो सभासदों को दिनभर के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया।
औरंगाबाद महानगरपालिका की शनिवार को सर्वसाधारण सभा थी। सभा के दौरान वंदे मातरम गाए जाते समय कांग्रेस के सभासद सोहैल शेख और एमआईएम के सैयद मतीन खड़े नहीं हुए। वंदे मातरम समाप्त होने के बाद शिवसेना और भाजपा के सभासदों ने मेयर के सामने जाकर दोनों सभासदों को निलंबित करने की मांग की। अगर देश में रहना है तो वंदे मातरम कहना है, इस प्रकार के नारे भी शिवसेना-भाजपा की तरफ से लगाए गए। सदन में चल रहे हंगामे के दौरान दोनों पक्षों में धक्कामुक्की की खबरें भी मिली हैं। इसी दौरान एमआईएम के एक अन्य सभासद शेख जफर ने सभागार में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस हंगामे के बाद मेयर ने दो सभासदों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया और शेख जफर के विरुद्ध पुलिस को आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।
इससे पहले मुंबई महानगरपालिका और महाराष्ट्र विधानसभा में भी वंदे मातरम गाने की मांग पर हंगामा हो चुका है। यह मामला मद्रास हाई कोर्ट द्वारा तमिलनाडु के सरकारी कार्यालयों एवं स्कूल-कॉलेजों में सप्ताह में दो दिन वंदे मातरम गाने का निर्देश देने के बाद शुरू हुआ है। जुलाई के अंतिम सप्ताह में महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक राजपुरोहित एवं एमआईएम विधायक वारिस पठान के बीच जमकर तकरार हुई थी। समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने भी वंदे मातरम गायन को अनिवार्य किए जाने के विचार का जमकर विरोध किया था।
#WATCH:Ruckus in Aurangabad municipal corp's meeting by BJP & Shiv Sena after 2 MIM corporators didn't rise for 'Vande Mataram' #Maharashtra pic.twitter.com/Mpp75XkMBx— ANI (@ANI) August 19, 2017
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