संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे भोपाल, तीन दिन चलेगा शीर्ष प्रचारकों का मंथन, चीन होगा अहम मुद्दा
संघ के सूत्रों के मुताबिक हर तीन महीने में होने वाली यह एक नियमित बैठक है। इसमें मौजूदा भारत-चीन संबंधों को लेकर चर्चा किए जाने की संभावना है।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत सोमवार को भोपाल पहुंचे। भागवत भोपाल में तीन दिन तक चलने वाली संघ की एक अनौपचारिक बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार्यवाह भय्याजी जोशी के अलावा सभी सह सरकार्यवाह और शीर्ष प्रचारकों सहित कुल 20 लोगों को बुलाया गया है।
संघ के सूत्रों के मुताबिक हर तीन महीने में होने वाली यह एक नियमित बैठक है। इसमें मौजूदा भारत-चीन संबंधों को लेकर चर्चा किए जाने की संभावना है। मंगलवार से भोपाल स्थित शारदा विहार मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक प्रारंभ होने जा रही है। इस बैठक में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख सहित लगभग 20 प्रचारक सोमवार रात तक भोपाल पहुंच गए हैं।
संघ नेताओं ने बताया कि आरएसएस के देश भर के प्रांत प्रचारकों की नियमित बैठक जुलाई के महीने में होती है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष यह बैठक रद कर दी गई थी। संघ अपने शीर्ष प्रचारकों की टोली के साथ हर तीन महीने में एक बैठक करता है इस बार बैठक के लिए भोपाल को चुना गया है।
राम मंदिर के निर्माण पर भी होगी चर्चा
मंगलवार को भोपाल में संघ की बैठक में संघ की शाखाओं के विस्तार के विषय पर प्रमुखता से चर्चा होगी ही, साथ ही देश की तात्कालिक और सामयिक हालातों पर भी चिंतन किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से चीन सीमा पर गलवन घाटी में जिस तरह चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की जा रही है इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विस्तार से चर्चा कर अपना रूख तय करेगा। इसके अलावा राम मंदिर के निर्माण की आगे की रणनीति पर भी बैठक में अनौपचारिक रूप से चर्चा की जाएगी।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इन दिनों संघ की शाखाएं लगना लगभग बंद है। ऐसे हालात से निपटने के लिए और संघ कार्य का विस्तार करने के लिए क्या रास्ता अपनाया जाए तथा वर्चुअल शाखा लगाने को लेकर शीषर्ष प्रचारकों का क्या रख है, इन सब मुद्दों पर भी संघ की बैठक में विचार विमर्श होने की संभावना है। संघ प्रमुख मोहन भागवत भोपाल से 25 जुलाई को रवाना होंगे।