संघ प्रमुख का निर्देश, बंगाल में ममता विरोध से ज्यादा हिंदू एकता पर दें ध्यान
संघ प्रमुख ने कहा कि ममता के विरोध से ज्यादा हिंदू वोट बैंक पर ध्यान देने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल भाजपा की मौजूदा सांगठनिक स्थिति व आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को ले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष और महासचिव सुब्रत चट्टोपाध्याय से विस्तार से बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने इन दोनों ही नेताओं से कई सवाल भी किए। उनके द्वारा दिए गए जवाब से असंतुष्ट दिखे संघ प्रमुख ने कहा कि ममता के विरोध से ज्यादा हिंदू वोट बैंक पर ध्यान देने की जरूरत है और इस दिशा में अब भी संतोषजनक काम न होने की बात कहते हुए उन्होंने दिलीप घोष को आरएसएस से समन्वय स्थापित कर आगे बढ़ने का निर्देश दिया।
अधिक सतर्कता से काम करें
संघ प्रमुख ने साफ किया कि जिलेवार हिंदुओं के बीच पहुंच बढ़ाने के साथ ही उनके समर्थन को निरंतर संवाद की आवश्यकता है। ऐसे में इस दिशा में अधिक सतर्कता से काम करें, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में अच्छे परिणाम हासिल किए जा सके। उन्होंने हिंदू वोट बैंक को मजबूत करने को क्षेत्रीय आरएसएस पदाधिकारियों व प्रचारकों संग बैठक का भी निर्देश दिया है। हालांकि उक्त मसले पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दक्षिण बंगाल प्रांत कार्यवाहक जिष्णु बसु खामोश नजर आए। बसु ने कहा कि संघ प्रमुख मूल रूप से आरएसएस की संगठनात्मक बैठक में हिस्सा लेने को आए थे।
सियासी हलको में चर्चा तेज
मोहन भागवत के कोलकाता दौरे के बाद से ही सियासी हलको में चर्चा तेज है कि अब भाजपा अपने सहयोगी संगठन आरएसएस की मदद से हिंदुओं को जागृत कर वोट बैंक बढ़ाने की तैयारी कर रही है। भागवत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर भी तमाम सवाल किए। साथ ही प्रशांत की काट के रूप में अब संघ कार्यकर्ता जिलों व ब्लॉकों का दौरा करेंगे।