ई-टिकट में हेराफेरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना समेत 100 गिरफ्तार
दक्षिण पश्चिम रेलवे का दावा है कि गिरोह के लोग देश के भीतर और विदेशों में विभिन्न प्रकार के राष्ट्र विरोधी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
बेंगलुरु, प्रेट्र। दक्षिण पश्चिम रेलवे के रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने ई-टिकट में गैरकानूनी साफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता मिलने का दावा किया है। बल ने इस काम को अंजाम देने वाले सरगना और 100 पैनल डेवलपर्स को गिरफ्तार किया है।
दक्षिण पश्चिम रेलवे के अनुसार देश भर में और विदेशों में इस गिरोह के 25000 हैकर और दलालों का नेटवर्क सक्रिय था। दक्षिण पश्चिम रेलवे का दावा है कि गिरोह के लोग देश के भीतर और विदेशों में विभिन्न प्रकार के राष्ट्र विरोधी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
ओडिशा के केंद्रपाड़ा से गिरफ्तार सरगना के पास इसरो, रेलवे और अन्य सरकारी संगठनों के डिवाइस अप्लीकेशन के लिए हैकिंग सिस्टम था। दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर में गुप्तचर एजेंसियों ने देश भर में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए तैनात आइआरसीटीसी और बैंक सिक्यूरिटी सिस्टम को बाइपास करने के लिए गैरकानूनी साफ्टवेयर के इस्तेमाल के बारे में सतर्क किया था। आरपीएफ को कई छापेमारी के बाद इसके सरगना के बारे में सुराग मिला। अक्टूबर 2019 से फरार अपराधी को जनवरी 2020 में केंद्रपाड़ा से गिरफ्तार किया गया था। उसे बाद में बेंगलुरु लाया गया।