गणतंत्र दिवस समारोह: कश्मीर की झांकी से लेकर मोदी के साफे तक, जानें समारोह की 10 बड़ी बातें
गणतंत्र दिवस के मौके पर दुनिया ने भारत की सैन्य ताकत का दम देखा। इस दौरान चिनूक अपाचे ने हवा उड़ान भरकर अपनी खूबी का परिचय दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दुनिया ने भारत की सैन्य ताकत का दम देखा। इस दौरान चिनूक, अपाचे ने हवा उड़ान भरकर अपनी खूबी का परिचय दिया। राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड में शामिल दस्तों की सलामी ली। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि रहे।
समारोह में सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेताओं को जमावड़ा देखने को मिला। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए।
युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। ऐसा पहली बार हुआ। इससे पहले अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती थी। इस देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत समेत तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति
गणतंत्र दिवस परेड 2020 के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसरानो रहे। वह राजपथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ पहुंचे। बोलसरानो भारत के चार दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत आए थे। उन्हें पीएम मोदी ने नवंबर में ब्राजील में 11 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान आमंत्रित किया था।
पीएम ने जारी रखी परंपरा
पीएम मोदी इस दौरान विशेष साफा पहने हुए नजर आए। उन्होंने गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर साफा बांधने की अपनी परंपरा को बरकरार रखा। पीएम मोदी ने केसरिया रंग का 'बंधेज' साफा बांधा था। प्रधानमंत्री हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के मौके पर अलग रंग की पगड़ी पहनते हैं।
'बैक टू विलेज' सबसे खास
परेड के दौरान 22 झांकियां प्रदर्शित की गई, जिनमें से 16 विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की थीं और छह मंत्रालयों, विभागों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की थीं। इनमें जम्मू कश्मीर की झांकी 'बैक टू विलेज' सबसे खास रही।
चिनूक और अपाचे का रिखा दम
भारतीय वायुसेना में हाल ही में शामिल किए गए हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर चिनूक और अटैक हेलीकॉप्टर अपाचे ने भी पहली बार फ्लाईपास्ट में हिस्सा लिया। चिनूक दूरस्थ स्थानों में विविध भार उठा सकता है। यह एक भारी लिफ्ट, ट्विन रोटर हेलीकॉप्टर है, जिसने वायुसेना की भार उठाने की क्षमता को बढ़ा दिया है। दूसरी ओर, अपाचे, एक बहुमुखी हेलीकाप्टर है जो हवा से हवा और हवा से जमीन पर मिसाइल, रॉकेट और फ्रंट गन से फायर करने में सक्षम है।
राजपथ पर नारी शक्ति की दहाड़
गणतंत्र दिवस पर इस बार नारी शक्ति का अलग अंदाज देखने को मिला। कैप्टन तानिया शेरगिल ने राजपथ पर परेड का नेतृत्व किया। तान्या सैन्य बैकग्राउंड से आती हैं। सेना के सिग्नल कोर में कैप्टन तान्या पंजाब के होशियारपुर से हैं।
सीआरपीएफ की डेयरडेविल्स टीम
इस बार नारी शक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिला। इस दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की महिला बाइकर्स ने अपने साहसिक करतब से लोगों का दिल जीत लिया। सीआरपीएफ की इन बाइकर्स को 'महिला डेयरडेविल्स' के नाम से जाना जाता है। इससे पहले राजपथ पर सीमा सुरक्षा बल के जवान करतब किया करते थें।
मिशन शक्ति का प्रदर्शन
इस बार डीआरडीओ की मिशन शक्ति की ऐंटी-सेटेलाइट मिसाइल और एयर डिफेंस टैक्टिकट कंट्रोल रडार का भी प्रदर्शन किया गया। इन दोनों ने ही भारत की रक्षा प्रणाली को मजबूत किया है। इसके बाद भारत उस खास क्लब का हिस्सा बन गया, जिसमें सिर्फ अमेरिका, चीन और रूस शामिल थे।
भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन
राजपथ पर भारत की शौर्य शक्ति का प्रदर्शन किया गया। भारतीय सेना ने राष्ट्रपति को सलामी दी। राजपथ पर परेड के दौरान भारतीय सेना के युद्धक टैंक T-90 भीष्म ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी। भीष्म टैंक की कमान 86 आर्मर्ड रेजिमेंट के कैप्टन सनी चाहर के हाथों में रही।
बीएसएफ के ऊंटों की धमक
सीमा की सुरक्षा में तैनात रहने वाले बीएसएफ के ऊंटों की टुकड़ी ने राजपथ पर अपनी धमक दिखाई। परेड में शामिल होने के अलावा बीएसएफ की ऊंटों की इन टुकड़ी को कई बार विदेशी मेहमानों का स्वागत और उनका सम्मान करने के लिए भी बुलाया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्वागत और सम्मान के लिए भी इन ऊंटों की टुकड़ी को बुलाया गया था।