भोपाल में उर्दू अकादमी से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो हटाने को लेकर मामले ने पकड़ा तूल
पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने अपने समर्थकों के साथ उर्दू अकादमी पहुंचकर प्रदर्शन किया। अब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो फिर से लगा दी गई हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। भोपाल में उर्दू अकादमी के कार्यालय में लगी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाने पर वहीं के एक कर्मचारी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस मामले में पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने भी अपने समर्थकों के साथ उर्दू अकादमी पहुंचकर प्रदर्शन किया। अब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो पूर्व की तरह फिर से अकादमी में लगा दी गई हैं।
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी की उर्दू अकादमी के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति
दरअसल, कुछ दिन पहले ही पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी की नियुक्ति उर्दू अकादमी के अध्यक्ष पद पर की गई थी। कुरैशी अध्यक्ष पद संभालने के बाद अवकाश लेकर लखनऊ चले गए।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरें हटने के मामले ने पकड़ा तूल
इसी बीच अकादमी के कार्यालय में लगी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरें हटने की खबरें आई तो मामले ने तूल पकड़ लिया। भाजपा ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए प्रदर्शन किया।
पूर्व विधायक ने कहा- राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो जानबूझकर हटाई
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो जानबूझकर हटाई हैं। दोनों संवैधानिक पद पर हैं, ऐसे में उनकी फोटो हटाना निंदनीय कृत्य है।
कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज
टीटी नगर थाना प्रभारी संजीव चौकसे का कहना है कि उर्दू अकादमी के कार्यालय से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो हटाए जाने के संबंध में शिकायत मिली थी। इस आधार पर वहीं के कर्मचारी राहिल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 20 बच्चे जाएंगे जापान
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हर संभाग से दो बच्चों का चयन किया जाएगा, बच्चों के साथ नोडल अधिकारी भी जापान जाकर वहां की शिक्षा पद्घति से रूबरू होंगे और स्कूलों का भ्रमण भी करेंगे, विभाग ने स्कूलों से बच्चों की सूची मांगी, ताकि उनका चयन कर सूची जारी की जा सके।
बहू और बेटे से परेशान 80 वर्षीय बुजुर्ग ने लगाई एसडीएम से गुहार
बहू और बेटे से परेशान होकर 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने एसडीएम गोविंदपुरा से न्याय की गुहार लगाई है। पिछले 17 सालों से प्रताड़ना झेलने के बाद अब एसडीएम ने भरण पोषण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शनिवार को इसमें आदेश हो सकते है।