अप्रैल 2022 तक भारत में होंगे शेष छह राफेल जेट, कोरोना के कारण नहीं आई कोई बाधा- फ्रांसीसी राजदूत
पूर्व वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) ने फ्रांस के साथ 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए उप प्रमुख के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब अप्रैल तक शेष राफेल जेट भारत आ जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनेन ने कहा है कि भारत को अब तक 30 राफेल विमान सौंपे जा चुके हैं जबकि शेष छह विमान अगले साल अप्रैल तक पहुंचा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राफेल की डिलीवरी समय से करने में कोरोना बाधा नहीं बन पाया।
इमैनुएल लेनेन ने कहा कि राफेल की डिलीवरी अनुबंध के अनुसार तय समय पर की जाएगी। कोरोना से भले ही कारखाने और कई कंपनियां कुछ हफ्तों के लिए बंद रहे हों लेकिन हमने डिलीवरी में इसे बाधक नहीं बनने दिया।उन्होंने कहा कि इस रक्षा सौदे की समय से आपूर्ति के लिए सभी टीमें दिन और रात और यहां तक कि सप्ताहांत में भी अतिरिक्त काम कर रही हैं।
फ्रांस से भारत आने वाला अंतिम राफेल विमान आरबी-008 होगा जिसका नाम पूर्व वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) के नाम पर किया जाएगा। आरकेएस भदौरिया ने ही सरकार से सरकार के बीच हुए समझौते के तहत फ्रांस के साथ 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए उप प्रमुख के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ओमिक्रोन वैरिएंट पर राजदूत ने कहा कि यह गंभीर विषय है और हम हालात की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'वैक्सीनेशन जारी है लेकिन देश में अब हमने बूस्टर डोज भी लगवाना शुरू कर दिया है।' उन्होंने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए किए गए एहतियात का भी जिक्र किया।
उल्लेखनीय है कि फ्रांस से अब तक 30 राफेल लड़ाकू विमान हासिल करने के बाद वायु सेना विशिष्ट साजो सामान और घातक हथियारों के साथ जनवरी 2022 से फ्रांसीसी मूल के इन लड़ाकू विमानों के अपने बेड़े को अपग्रेड करना शुरू करेगी। वायु सेना के सूत्रों ने कहा कि सौदे के तहत फ्रांस से एक किट भारत लाई जाएगी और हर महीने तीन से चार भारतीय राफेल विमानों को आईएसई मानकों में अपग्रेड किया जाएगा