धर्म को सामाजिक न्याय के साथ जोड़ना गलत: स्वामी स्वरूपानंद
शनि शिंगनापुर मंदिर में महिलाओं द्वारा पूजा अर्चना किए जाने के मुद़दे पर स्वामी स्वरूपानंद का कहना है कि धर्म को सामाजिक न्याय से जोड़कर देखना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं लक्ष्मी का रूप हैं लिहाजा उनपर आंच नहीं आनी चाहिए।
नई दिल्ली। शनि शिंगनापुर मंदिर मामले में अब स्वामी स्वरूपानंद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म को सामाजिक न्याय से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उनका कहना था कि शनि की दृष्टि से अमंगल होता है। मंदिर में महिलाओं को रोकने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें रोका गया क्योंकि वो लक्ष्मी का रूप हैं उनपर आंच नहीं आनी चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से शनि शिंगनापुर मंदिर में महिलाओं द्वारा पूजा अर्चना करने पर विवाद छिड़ा हुआ है। एक आेर जहां अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने इस मुद्दे पर महिलाओं का पक्ष लिया है वहीं दूसरी ओर मंदिर में इसके विरोध में लगातार आवाज उठ रही हैं। गिरी का कहना है कि महिलाओं को इस मंदिर में पूजा अर्चना करने से रोकना गलत है।
महिलाओं को मिलनी चाहिए हर मंदिर में प्रवेश की इजाजत: महंत नरेंद्र गिरी
पिछले दिनों ही यहां पर पूजा अर्चना करने को अड़ी महिलाओं को पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। यहां पर करीब चार सौ वर्षों से महिलाओं द्वारा पूजा करने पर प्रतिबंध है।
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