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शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास लाभकारी

Boost Your Immune System With Pranayama मिलन सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 संकट के मौजूदा वक्त में शारीरिक सेहत के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास बहुत लाभकारी है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 01:06 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 01:12 PM (IST)
शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास लाभकारी
शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास लाभकारी

नई दिल्ली। Boost Your Immune System With Pranayama: कई आर्थिक-सामाजिक कारणों से लॉकडाउन 4.0 में कुछ शर्तों के साथ छूट देने का सिलसिला शुरू हो चुका है लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा अभी भी बरकरार है। लाखों की संख्या में कामगारों व मजदूरों का घर लौटना जारी है। आवश्यक सेवाओं के लिए कार, बस, ट्रेन और फ्लाइट का परिचालन प्रारंभ हो चुका है। बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों में चहल-पहल दिखने लगी है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी लगातार हो रहा इजाफा चिंता का विषय है। बेशक, कोरोना पॉजिटिव लोगों के स्वस्थ होकर घर लौटने का प्रतिशत भी बढ़ रहा है, पर चिकित्सकों का मानना है कि आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण होंगे।

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करोड़ों लोग लॉकडाउन के कारण घर में सुरक्षित रहने के आदी हो चुके हैं लेकिन जब बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकलेंगे तो कोरोना के संक्रमण से खुद बचे रहने और अपने परिवार के लोगों को बचाए रखने के लिए बहुत ज्यादा सतर्कता अपनानी होगी। अब कामकाजी लोगों को काम के सिलसिले में हफ्ते में 5-6 दिन 8-10 घंटे घर से बाहर रहना पड़ेगा। किसी न किसी कारण से घर में भी बाहरी लोगों का आना-जाना कमोबेश शुरू हो जाएगा। महिलाओं और बच्चों को भी मार्केट, कोचिंग, ट्यूशन आदि के लिए निकलना पड़ेगा। इन परिस्थितियों में कुछ अहम बातों का अनुपालन स्वयं काफी जिम्मेदारी और सख्ती से करना पड़ेगा। जानें क्‍या कहते है मोटिवेशनल स्पीकर और वेलनेस कंसल्टेंट मिलन सिन्हा।

स्वस्थ तन सुंदर मन: बेहतर होगा कि चार कहावतों को हमेशा याद रखें और तद्नुरूप कार्य करें। पहला, ‘जान है तो जहान है’, दूसरा, ‘हेल्थ इज वेल्थ’ अर्थात ‘स्वास्थ्य ही संपत्ति है’, तीसरा, ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’ और चौथी बात, ‘रोकथाम इलाज से बेहतर’ है। इसके बाद भी अगर किसी कारणवश संक्रमित और बीमार हो गए तो तनिक भी घबराए बिना उचित चिकित्सा उपचार करवाएं। हमारे देश में कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव होने वालों की संख्या उत्साहवर्धक है। आने वाले महीनों में वैक्सीन तथा सही दवाओं की खोज और उपलब्धता की भी पूरी उम्मीद है। हां, सबको समय-समय पर यह बताना जरूरी है कि अपवादों को छोड़कर लॉकडाउन का ऑफिशियल दौर खत्म हो रहा है और उसी के साथ स्व-अनुशासन वाला लॉकडाउन अर्थात ‘अपना लॉकडाउन’ शुरू हो गया है। इस दौर में कहीं अधिक सावधान, सचेत, शांत और अंदर से पूर्णत: स्वस्थ बने रहना बेहद जरूरी है।

घर से बाहर जाने पर बरतें एहतियात

  • डिजिटल पेमेंट अपनाएं।
  • जब भी घर से बाहर निकलें मास्क जरूर पहनें।
  • हाथ मिलाने या गले मिलने के बजाय नमस्ते करें।
  • मसलन पूरे बांह की कमीज और फुल पैंट। इन्हें घर लौटकर तुरंत धो लें।
  • दो गज की शारीरिक दूरी बनाकर रखें, भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें।
  • स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पूर्णत: पालन करें।
  • घर आकर खुद को अच्छी तरह सेनिटाइज करें। जूते-चप्पल बाहर निकाल दें।
  • वर्कप्लेस में ऐसे आरामदेह कपड़े पहनकर जाएं, जिससे शरीर कमोबेश ढका रहे।
  • दस्ताने और चश्मे का उपयोग करें। ये संक्रमण के साथ ही तेज धूप से भी बचाएंगे।
  • अभी मॉर्निंग व इवनिंग वॉक के लिए कुछ दिन और छत पर या कंपाउंड में ही टहलें।
  • घर से बाहर जाने पर यदि दोस्त या परिचित मिल जाएं तो वहां रुककर लंबी बातें करने से बचें।
  • अति आवश्यक होने पर ही बाजार जाएं और वह भी उस समय जब भीड़ की संभावना कम जान पडे़।
  • कार्यस्थल पर खाना और पानी फिलहाल घर से ही ले जाएं। दूसरों से न तो अपना खाना साझा करें और न ही किसी के साथ कुछ भी खाएं।
  • ऑफिस या कार्यस्थल में अपना सब काम यथासंभव ऑफिस टाइम के भीतर खत्म करने का प्रयास करें और वहां से सीधे घर के लिए निकलें।
  • स्थिति सामान्य होने तक पार्टी या सार्वजनिक आयोजनों से दूर रहें, पर भावनात्मक निकटता बनाए रखें। जिसकी जितनी मदद कर सकते हैं, जरूर करें।
  • सबसे अहम बात यह कि अपनी सोच सकारात्मक रखें। कोविड-19 हो या कोई अन्य रोग, सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति की रिकवरी अधिक तेजी से होती है।
  • ऑफिस के नाम पर अनावश्यक रूप से बाहर समय बिताना ठीक नहीं और इसी तरह मद्यपान, धूमपान आदि के चंगुल में फिर से फंसना स्वास्थ्य के लिए बहुत
  • हानिकारक है।
  • घर लौटकर हेलमेट, चाबी, लैपटॉप, फाइल आदि को सेनिटाइज कर बच्चों की पहुंच से दूर एक सुरक्षित स्थान पर रखें। बहुत जरूरत हो तभी घर में उनका इस्तेमाल करें।

रहें सदा सेहतमंद

  • लॉकडाउन से मिले सबक को अपने और परिवार की सेहत के लिए प्राथमिकता में रखें।
  • रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पिएं।
  • बीते करीब साठ दिनों की अवधि में आपने जो भी अच्छी आदतें दिनचर्या में शामिल की हैं, उन्हें दृढ़ता से आगे भी जारी रखें।
  • सुबह 20-30 मिनट व्यायाम या पवनमुक्तासन समूह के कुछ आसन कर लें। इससे सारे अंग सक्रिय होंगे और आप अच्छा महसूस करेंगे।
  • कोविड-19 संकट के मौजूदा वक्त में शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास बहुत लाभकारी है।
  • सुबह सोकर उठने के बाद बैठकर आराम से गुनगुना पानी पिएं। अच्छी सेहत व मौसम में बढ़ती गर्मी के चलते हाइड्रेटेड रहना अति आवश्यक है।
  • लॉकडाउन के दौरान अस्थमा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय रोग, किडनी, लिवर आदि के जो मरीज रेगुलर चेकअप से वंचित रह गए थे, वे फोन पर ही चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें।
  • तुलसी, काली मिर्च, लौंग, दालचीनी और अदरक से बना एक कप काढ़ा सुबह-शाम चाय की तरह पिएं। आंवला, नींबू सहित विटामिनसी बाहुल्य खाद्य पदार्थों के सेवन के साथ-साथ अन्य आसान तरीकों से इम्युनिटी मजबूत करें।

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