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स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से 2.95 लाख अधिक, अब तक 1.34 करोड़ नमूनों की जांच

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान करीब 18 हजार मरीज ठीक हुए हैं जिससे अभी तक ठीक हुए मरीजों की संख्या छह लाख 53 हजार 750 हो गई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 10:36 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 10:36 PM (IST)
स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से 2.95 लाख अधिक, अब तक 1.34 करोड़ नमूनों की जांच
स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से 2.95 लाख अधिक, अब तक 1.34 करोड़ नमूनों की जांच

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख 58 हजार 692 है। बीते 24 घंटे के दौरान करीब 18 हजार मरीज ठीक हुए हैं जिससे अभी तक ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या बढ़कर छह लाख 53 हजार 750 हो गई है। इस लिहाज से ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या सक्रिय मामलों से दो लाख 95 हजार 58 अधिक है।

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मंत्रालय ने कहा कि सभी सक्रिय (उपचाराधीन) मरीजों पर चिकित्सकीय ध्यान दिया जा रहा है, चाहे ऐसे मरीज घर पर आइसोलेशन में हों या अस्पताल में भर्ती हों। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 17,994 मरीज ठीक हुए। ठीक होने की दर अब 63 प्रतिशत है।'

मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि संक्रमण के प्रभावी प्रबंधन के लिए केंद्र के नेतृत्व में और केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों द्वारा कार्यान्वित समयबद्ध, सक्रिय और वर्गीकृत रणनीतिक पहल से सक्रिय मामलों को काबू में रखने में मदद मिली है।

मंत्रालय ने कहा कि अब तक कुल एक करोड़ 34 लाख 33 हजार 742 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से तीन लाख 61 हजार 24 की जांच शुक्रवार को की गई। बयान में कहा गया है कि केंद्र ने ऐसे क्षेत्रों में विशेषज्ञों की टीमें भेजकर राज्य सरकारों के प्रयासों का समर्थन और मदद करना जारी रखा है जहां कोविड-19 के अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

मंत्रालय ने कहा, 'कंटेनमेंट रणनीति का मुख्य जोर घर-घर सर्वेक्षण, परिधि नियंत्रण गतिविधियां, संक्रमितों के संपर्क में आये व्यक्तियों का समय पर पता लगाना, कंटेनमेंट और बफर जोन की निगरानी के साथ ही गंभीर मामलों की मानक देखभाल के जरिये क्लीनिकल प्रबंधन पर होता है।'

मंत्रालय ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की नवीनतम जांच रणनीति सभी पंजीकृत चिकित्सकों को जांच की सिफारिश करने की अनुमति देती है। आरटी-पीसीआर जांच और रैपिड- एंटीजेन जांच से जांच किये जाने वाले नमूनों की संख्या बढ़ाने में मदद मिली है। 


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