देश के लिए कुर्बान हो गया था भाई, बहन अब उसकी प्रतिमा को बांधती है राखी
दंतेवाड़ा में शहीद कॉस्टेबल राजेश गायकवाड की बहन अब उनकी प्रतिमा पर हर साल रक्षाबंधन पर बांधती है राखी।
दंतेवाड़ा (एएनआइ)। भाई अब इस दुनिया में नहीं रहा, देश के लिए कुर्बान हो गया, लेकिन बहन आज भी उसे रक्षा सूत्र बांधना नहीं भूलती। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में साल 2014 में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान कॉस्टेबल राजेश गायकवाड शरीद हो गए थे। इस साल उनके निधन के पूरे चार साल हो गए हैं। लेकिन उनकी बहन शांति उदके के जहन में आज भी उनका भाई जिंदा है। वह बीते हर साल रक्षा बंधन के दिन उनकी प्रतिमा को राखी बांधती हैं और इस साल भी उन्होंने अपने भाई की याद में उनकी प्रतिमा को राखी बांधी।
बता दें कि राजेश गायकवाड सुकमा के टोंगपाल क्षेत्र में पोस्टेड थे, जब 11 मार्च, 2014 को नक्सलियों ने उनकी हत्या कर दी थी। गायकवाड की बहन शांति ने अपने भाई को याद करते हुए कहा, 'भाई के साथ मेरा बहुत ही करीबी रिश्ता था। वे टोंगपाल में तैनात थे। हालांकि 2014 में एक खोज ऑपरेशन के दौरान उनका निधन हो गया था। मुझे बहुत बुरा लगता है कि अब मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें राखी नहीं बांध सकती, लेकिन मुझे मेरे भाई पर गर्व है। वहीं सिर्फ मेरा अकेला भाई था।'
बता दें कि आज देशभर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन शांति को अपने भाई की कमी बहुत महसूस होती है। लेकिन उन्हें यह भी एहसास है कि उनका भाई देश के लिए शहीद हुआ है। उन्हें उसपर गर्व है। इसलिए वे हर साल रक्षाबंधन के दिन उसे याद करते हुए उसकी प्रतिमा को राखी बांधती हैं।
इस महीने की शुरुआत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विशेष महानिदेशक (एंटी-नक्सल ऑपरेशन) डीएम अवस्थी ने कहा कि जनवरी 2016 से अब तक सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ 518 एनकाउंटर किए हैं और 678 हथियारों को जब्त किया है। अवस्थी ने बताया, 'जनवरी 2016 से अब तक 2,734 नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 1852 नक्सलियों ने सरकार की आत्मसमर्पण नीति के कारण पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।' उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों के दौरान नक्सलियों से संबंधित घटनाओं में कुल 137 सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान गंवा दी है।