छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलेंगे सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास
बघेल ने कहा कि जवान के साथ ही उसकी रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मध्यस्थ व समाजसेवियों से भी मिलकर चर्चा करूंगा। बता दें कि तीन अप्रैल को बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के कब्जे से मुक्त कराए गए सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास 10 अप्रैल को सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए यह जानकारी दी।
बघेल ने कहा कि जवान के साथ ही उसकी रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मध्यस्थ व समाजसेवियों से भी मिलकर चर्चा करूंगा। बता दें कि तीन अप्रैल को बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में 22 जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के बाद नक्सली कोबरा बटालियन के जवान मन्हास को अगवा करके ले गए थे। दो दिन पहले उन्हें सामाजिक कार्यकर्ताओं और मीडिया के सहयोग से नक्सलियों के कब्जे से मुक्त कराया गया।
गौरतलब है कि जवान मनहास छह दिनों तक नक्सलियों की कैद में रहे। कैद से रिहा होने के बाद उन्होंने इन छह दिनों की कहानी संक्षेप में बताई। राकेश्वर सिंह मनहास ने कहा कि तीन अप्रैल को मुठभेड़ के दौरान वे नक्सलियों के बीच घिर गए थे।
उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल को टेकलगुड़ा-जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे जबकि 30 से अधिक घायल हुए। बकौल मनहास नक्सलियों ने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। समर्पण करने के बाद उनको कहां-कहां ले जाया गया उनको इसकी जानकारी नहीं है। स्थान बदलने के दौरान उनकी आंख पर पट्टी बांध दी जाती थी।