VIDEO: पाकिस्तान पर जमकर बरसे राजनाथ सिंह, कहा- अपनी सड़क का निर्माण तक नहीं कर सकता पड़ोसी देश
एक वेबिनार में शामिल होते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बगैर पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि जो देश अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में विफल रहते हैं वे हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) की तरह बन जाते हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को आज जमकर लताड़ लगाई। केंद्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा आयोजित आर्म्ड फोर्स फ्लैग डे सीएसआर वेबिनार (Armed Forces Flag Day CSR Webinar) में रक्षामंत्री ने बगैर पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि जो देश अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में विफल रहते हैं, वे हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) की तरह बन जाते हैं। ऐसे देश (पाकिस्तान) अपनी सड़कों का निर्माण अपने दम पर नहीं कर सकते हैं और न ही उन पर चल सकते हैं। यहां तक कि अपने दम पर व्यापार भी नहीं कर सकते हैं या किसी को व्यापार करने से रोक भी नहीं सकते हैं।
#WATCH: "...Countries who fail to protect their sovereignty become like our neighbouring nation-who can't build their roads on their own, nor walk on them, not even have trade on their own or stop someone from trading..," says Defence Minister at Armed Forces Flag Day CSR Webinar pic.twitter.com/3u5FjihvRv
— ANI (@ANI) December 4, 2020
वेबिनार के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सालों से फ्लैग डे फंड में कई गुना की बढ़ोतरी हुई है। आप लोगों का यह सहयोग आपको उन स्वतंत्रता सेनानी उद्योगपतियों की कतार में लाकर खड़ा कर देता है जिन्हें आज हम स्वतंत्रता संग्राम में उनकी सेवा, समर्पण और सहयोग के कारण याद करते हैं।
कोरोना महामारी में डटे रहे जवान
कोरोना काल में जवानों द्वारा निभाई गई ड्यूटी को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस समय कोविड अपने पांव पसार रहा था, और हम असहाय होकर अपने घरों में बैठ गए थे। उस समय भी हमारे वीर जवान निडर होकर पूरे जोश और बहादुरी से सीमाओं की सुरक्षा में लगे हुए थे। उन्होंने न केवल मुस्तैदी से सीमा की सुरक्षा की, बल्कि जरूरत पड़ने पर अपना सर्वोच्च बलिदान भी दिया। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कोविड काल में तो हमारे इन पूर्व सैनिकों की समस्याएं और भी प्रकार से बढ़ी हैं। इसके बावजूद, आपको यह जानकर आश्चर्य और सुखद अनुभूति होगी कि इस महामारी में भी हमारे पूर्व-सैनिक पीछे नहीं रहे।
वेबिनार में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सन 1962 के युद्ध में राष्ट्र के आह्वान पर इस देश की जनता ने ‘गर्म ऊन से लेकर गर्म खून’ तक का खुशी-खुशी दान कर दिया था। रुपए-पैसे, गहने की तो कोई गिनती नहीं थी। यह है राष्ट्र के प्रति हमारी सच्ची भावना है।