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शस्त्र पूजा के बाद राजनाथ सिंह का चीन को सख्त संदेश, नहीं जाने देंगे एक भी इंच जमीन

विजयादशमी के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में शस्त्र पूजा करने के बाद की। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी उनके साथ मौजूद थे।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 10:45 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 10:45 AM (IST)
शस्त्र पूजा के बाद राजनाथ सिंह का चीन को सख्त संदेश, नहीं जाने देंगे एक भी इंच जमीन
राजनाथ सिंह ने सुकमा वॉर मेमोरियल में 'शस्त्र पूजा' की।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन सिक्किम रवाना होने के पूर्व क्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में शस्त्र पूजन किया। रविवार सुबह दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और जवानों को संबोधित किया। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी उपस्थित रहे। उन्होंने पूजन के बाद कहा कि इस समय भारत और चीन की सीमा पर जो तनाव चल रहा है, भारत चाहता है कि यह समाप्त हो, शांति स्थापित हो, उद्देश्य हमारा यह है लेकिन कभी कभी कुछ ऐसी नापाक हरकतें होती रहती हैं। मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं और मुझे पूरा भरोसा है कि किसी भी सूरत में हमारी सेना भारत की एक इंच ज़मीन भी दूसरे के हाथ में नहीं जाने देगी।

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चीन से तनातनी के बीच जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के साथ दशहरा मनाया। सीमा पर शस्त्र पूजा के बाद उन्होंने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय सेना किसी भी सूरत में एक इंच जमीन भी नहीं जाने देगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग के सुकना वॉर मेमोरियल पर 'शस्त्र पूजा' के बाद कहा कि भारतीय सेना के जवानों से भेंट करके मुझे हमेशा बेहद ख़ुशी होती है। उनका मनोबल बहुत ऊँचा रहा है, इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।

उन्होंने कहा, हाल फिलहाल लद्दाख में भारत और चीन सीमा पर जो कुछ हुआ है। उस पर निश्चित जानकारी के आधार पर मैं यह कह सकता हूं कि हमारे जवानों ने जिस तरह की भूमिका का निर्वहन किया है, आगे यदि इतिहास लिखा जायेगा तो इतिहासकार जवानों की शौर्य गाथा को स्वर्ण अक्षरों में लिखेंगे।

सिक्किम में बीआरओ द्वारा निर्मित एक एक्सल रोड का ई-उद्घाटन करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि 19.35 किलोमीटर लम्बे वैक्लपिक एनएच 310 का निर्माण करके, BRO ने पूर्वी सिक्किम के निवासियों एवं सेना की आकांक्षाओं को पूरा किया है। बीआरओ द्वारा सिक्किम के अधिकांश सीमावर्ती सड़कों का डबल लेन में अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इसमें से ईस्ट सिक्किम में 65 किलोमीटर सड़क निर्माण-कार्य प्रगति पर है, तथा 55 किलोमीटर सड़क निर्माण योजना के तहत है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देश में, पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। BRO के पास पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुल 8090 किमी लम्बाई की सड़के हैं। इनमें से 5734 किमी. निर्माण योजना में है। नॉर्थ सिक्किम में भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत ‘मंगन-चुगथांग-यूमेसेमडोंग’ और ‘चुगंथांग-लाचेन-जीमा-मुगुथांग-नाकुला’ तक 225 किलोमीटर डबल लेन सड़क का निर्माण कार्य नियोजित है। ये कार्य 9 पैकेजों में नियोजित किए गए हैं, जिनकी अनुमानित लागत 5710 करोड़ रुपए है।

शनिवार को रक्षामंत्री पश्चिम बंगाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत दार्जिलिंग के सुकना में 33 कोर के मुख्यालय का दौरा किया और पूर्वी सेक्टर में स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की। रक्षा मंत्री आगे के क्षेत्रों का दौरा करेंगे और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।


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