चुनावी चंदे के लिए खेत नहीं, पेंटिंग बेचेंगे युद्धवीर जूदेव
युद्धवीर ने एक दो लाख स्र्पए बेस प्राइज की एक पेंटिंग को अपलोड किया है। इस पेंटिंग में एक ब्लैक एंड व्हाइट बाघ को एक पेड़ पर दिखाया गया है।
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। एक ओर भाजपा विधायक और पदाधिकारी जनता की नब्ज टटोलने पदयात्रा पर निकले हैं, तो कुछ विधायकों को अभी से चुनावी खर्च की चिंता सता रही है।
चंद्रपुर से भाजपा विधायक युद्धवीर सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि अब वे जमीन बेचकर नहीं, बल्कि पेंटिंग बेचकर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा के दिवंगत दिग्गज नेता दिलीप सिंह जूदेव के बेटे युद्धवीर से सोशल साइट फेसबुक पर खुलासा किया कि वे हर चुनाव खेत बेचकर लड़ते हैं। लेकिन इस बार वे अपनी और अपने दोस्तों की बनाई पेंटिंग को बेचकर चुनाव का खर्च जुटाएंगे।
विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों को 16 लाख स्र्पए खर्च करने की सीमा तय की है। चुनाव में होने वाले अनाप-शनाप खर्चों ने उम्मीदवारों की नींद उड़ा दी है। युद्धवीर ने लिखा कि चुनाव के लिए सात महीने बचे हैं। ऐसे में चुनावी फंड के लिए अभी से तैयारी करनी होगी।
उन्होंने अपनी पेंटिंग को खरीदने के लिए बकायदा एक नंबर भी जारी किया है। उन्होंने लिखा कि आप मुझे वैसे भी पैसा दे सकते हैं, लेकिन आपका प्यार मुझे हिम्मत देता है। आप पेंटिंग खरीदकर सहयोग करें। दरअसल, चुनावी चंदे के लिए देश की राजनीति में सबसे पहला प्रयोग आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने किया था। उन्होंने डिनर से लेकर अन्य कई माध्यमों से अपने समर्थकों से पैसे लिए और दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीता।
एक से दो लाख बेस प्राइज की पेंटिंग किया अपलोड
युद्धवीर ने एक दो लाख स्र्पए बेस प्राइज की एक पेंटिंग को अपलोड किया है। इस पेंटिंग में एक ब्लैक एंड व्हाइट बाघ को एक पेड़ पर दिखाया गया है। इस पेंटिंग को लोगों ने जीवंत बताकर खुद तारीफ की है। फेसबुक पर ही जूदेव समर्थक अनुज गोयल ने दो लाख दस हजार की बोली लगाई। वहीं, मयंक तिवारी ने दो लाख 15 हजार की बोली लगाई। हालांकि अब तक पेंटिंग की बिक्री नहीं की गई है। जूदेव को और बड़ी बोली का इंतजार है। वहीं, एक लाख बेस प्राइज वाली पेंटिंग में एक शेर को चिंघाड़ते हुए दिखाया गया है। इसकी अधिकतम बोली डेढ़ लाख स्र्पए तक गई है।