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देश में बारिश और बाढ़ का कहर जारी, कोसी फिर उफनाई, 13 की मौत, एमपी में भारी बारिश की चेतावनी

जम्मू-कश्मीर में रविवार को भी मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। अमरनाथ श्रद्धालुओं का जत्था भी रवाना नहीं किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 02:02 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jul 2019 06:49 AM (IST)
देश में बारिश और बाढ़ का कहर जारी, कोसी फिर उफनाई, 13 की मौत, एमपी में भारी बारिश की चेतावनी
देश में बारिश और बाढ़ का कहर जारी, कोसी फिर उफनाई, 13 की मौत, एमपी में भारी बारिश की चेतावनी

जेएनएन, नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें उत्तर बिहार में स्थिति दिनों दिन विकराल होती जा रही है। समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट-थलवारा स्टेशनों के बीच बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर जाने से ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है। 10 ट्रेनें रद कर दी गई हैं और 12 को परिवर्तित मांग से चलाया जा रहा है। इससे दरभंगा, मधुबनी व जयनगर से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जाने वाले यात्रियों को काफी मुसीबत का सामना कर पड़ा रहा है।

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बाढ़ से पूरे राज्य में करीब 85 लाख लोग प्रभावित हैं। प्रभावित जिलों में शिवहर, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और पश्चिम चंपारण शामिल हैं। एक अनुमान के मुताबिक बिहार में बाढ़ से अब तक करीब 140 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को भी बाढ़ और वर्षाजनित हादसों में 13 की मौत हो गई।

राजस्थान में भी भारी बारिश से कोटा और बूंंदी में बाढ़ के हालात बन गए हैं। कई इलाकों में 7-8 फीट तक पानी भर गया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन, भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर संभाग सहित कई स्थानों पर तेज बारिश का दौर जारी है। आने वाले 24 घंटों में प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है।

जम्मू-कश्मीर में रविवार को भी मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। अमरनाथ श्रद्धालुओं का जत्था भी रवाना नहीं किया गया। वहीं बारिश के बावजूद माता वैष्णो देवी की यात्रा सुचारू रही, लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा लगातार पांचवें दिन भी बंद रही।

उत्तर बिहार में बाढ़ से बढ़ी परेशानी

उत्तर बिहार में बाढ़ से लोगों की परेशानी बनी हुई है। पूर्व बिहार में खगडि़या में बागमती लाल निशान से ऊपर बह रही है। खगडि़या के चेरीखेरा पंचायत में फिर से बाढ़ का पानी घुस गया है। कोसी-सीमांचल में पानी घटने से लोगों को महामारी का भय सताने लगा है। खगडि़या में कोसी और बागमती आंखें दिखा रही है। बूढ़ी गंडक भी उफान पर है।

कोसी बलतारा में स्थिर है, लेकिन खतरे के निशान से पार हो गई है। खगडि़या जिले के सुदूर चेराखेरा पंचायत के 200 से ज्यादा घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सहरसा में कोसी के जलस्तर में हल्की वृद्धि हुई है। कई गांवों में बाढ़ का पानी अभी भी जमा है। अररिया में सुरसर व खरहा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है।

फंसा स्टीमर, बचे 300 यात्री

बिहार के कटिहार के मनिहारी से यात्रियों को लेकर झारखंड के साहिबगंज के शकुंतला घाट आ रहा स्टीमर रविवार दोपहर गंगा नदी की तेज धारा में फंस गया। नदी किनारे मौजूद लोगों और नाविकों ने छोटे-छोटे नावों की मदद से यात्रियों को सुरक्षित निकाला। स्टीमर में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। साथ ही स्टीमर से एक और बोट बांधकर 80-90 की जगह 300 यात्रियों को ले जाया जा रहा था।

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