केरल में भारी बारिश का कहर; दस दिनों में 28 की मौत, केंद्र से सहायता की मांग
केरल सरकार ने राहत कार्यों के लिए 113.19 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है साथ ही केंद्र से भी सहायता की मांग की है।
तिरुवनंतपुरम (प्रेट्र)। केरल के कन्नूर जिले में भारी बारिश के कारण एक शख्स की डूबकर हुई मौत के बाद पूरे राज्य में 10 दिनों में मरने वालों की संख्या 28 हो गई है। हालांकि कुछ स्थानों में बारिश से कुछ राहत मिली थी, लेकिन ढ़लान इलाकों वाली जगहों में भारी जलजमाव के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि 86,598 से अधिक लोगों को राहत कैंपों में आश्रय दिया गया है।
नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि अब तक राज्य में कम से कम 569 राहत शिविर खोले गए हैं- जिसमें सबसे अधिक 194 अलपुझा में हैं, जहां अधिकतम 11,090 परिवारों ने आश्रय लिया है। कोट्टयम जिले में खोले गए 156 शिविरों में 7,856 परिवारों ने आश्रय लिया है, क्योंकि इन दोनों इलाकों में पानी का स्तर अब तक कम नहीं हुआ है।
एमजी विश्वविद्यालय ने गुरुवार और शुक्रवार को आयोजित होने वाली अपनी परीक्षा रद कर दी हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, जबकि आलप्पुषा, कोट्टायम, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों में भी भारी बारिश के आसार हैं। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पठानमथिट्टा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
दक्षिणी रेलवे ने कहा कि पानी के बढ़े स्तर के कारण एट्टुमानूर-कोट्टायम खंड में तीन रेल पुलों पर 20 किमी प्रति घंटे की गति के लिए निर्देश दिया गया है। जबकि इंजीनियरिंग विभाग कयामकुलम-कोट्टायम-एर्नाकुलम में सात पुलों के नीचे जल स्तर की निगरानी कर रहा है। दक्षिणी रेलवे ने बताया कि तिरुनेलवेली-पलक्कड़ पलरुवी एक्सप्रेस को तिरुनेलवेली और कोल्लम के बीच के लिए आंशिक रूप से रद कर दिया गया है।
केरल सरकार ने राहत कार्यों के लिए 113.19 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है साथ ही केंद्र से भी सहायता की मांग की है। राज्य ने केंद्र सरकार से स्थिति का आकलन करने के लिए प्रभावित राज्य को एक टीम भेजने को कहा है। आज सुबह राज्य नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मानसून की शुरुआत 29 मई से हुई है, जिसके बाद राज्य में अब तक 107 मौतों की सूचना मिली है। कोझिकोड में 20, कन्नूर में 15, आलपुझा और तिरुवनंतपुरम में 8-8, कोट्टायम और एर्नाकुलम में 6-6 लोगों के मौत का आंकड़ा है। पिछले दो महीनों में 10,000 से अधिक हेक्टेयर फसल का नुकसान हुआ है।