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Video : टूट रही सांसों को थामने चल पड़ी पहली आक्सीजन एक्सप्रेस, खाली टैंकरों के साथ मुंबई से हुई रवाना

कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों की टूट रही सांसों को थामने के लिए पहली आक्सीजन एक्सप्रेस सोमवार को चल पड़ी। यह ट्रेन रात करीब 8.05 बजे सात टैंकरों के साथ नवी मुंबई में कलांबोली गुड्स यार्ड से विजाग के लिए रवाना हुई।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 11:48 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 07:10 AM (IST)
Video : टूट रही सांसों को थामने चल पड़ी पहली आक्सीजन एक्सप्रेस, खाली टैंकरों के साथ मुंबई से हुई रवाना
टूट रही सांसों को थामने के लिए पहली आक्सीजन एक्सप्रेस सोमवार को चल पड़ी।

नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों की टूट रही सांसों को थामने के लिए पहली आक्सीजन एक्सप्रेस सोमवार को चल पड़ी। यह ट्रेन रात करीब 8.05 बजे सात टैंकरों के साथ नवी मुंबई में कलांबोली गुड्स यार्ड से विजाग के लिए रवाना हुई। मेडिकल आक्सीजन लेकर यह ट्रेन महाराष्ट्र लौटेगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार शाम इस ट्रेन को चलाने की घोषणा की थी।

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रातोंरात बनाया रैंप

इस ट्रेन पर आक्सीजन टैंकरों के रोल आन-रोल आफ (चढ़ाने-उतारने के लिए) के लिए मध्य रेलवे ने रातोंरात कलांबोली में रैंप का निर्माण किया। आक्सीजन एक्सप्रेस के स्टाफ के संचालन का खर्च भारतीय सेना उठा रही है जबकि इसका रखरखाव रेलवे के पास है। यह ट्रेन वसई रोड, जलगांव, नागपुर, रायपुर होते हुए विजाग पहुंचेगी।

यूरिया निर्माता स्थापित करें आक्सीजन संयंत्र : सदानंद गौड़ा

केंद्रीय उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने सोमवार को यूरिया निर्माताओं से अनुरोध किया कि वे अपने परिसरों में मेडिकल आक्सीजन संयंत्र स्थापित करें ताकि देश में उसकी आपूर्ति बढ़ाई जा सके। उन्होंने इफको की अपने संयंत्रों को मेडिकल आक्सीजन के उत्पादन में समर्पित करने के लिए सराहना भी की।

अहमदाबाद निकाय ने खरीदे 1,000 आक्सीजन सिलेंडर

गुजरात में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) ने शहर में आक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाने के लिए कच्छ जिले से 1,000 आक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं। नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों के अलावा ये सिलेंडर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे निजी अस्पतालों को भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

गोवा में दोगुनी हो सकती है आक्सीजन की जरूरत

गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा है कि भविष्य में राज्य में आक्सीजन की जरूरत दोगुनी हो सकती है। इसके लिए राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। आक्सीजन के लिए प्रदेश सरकार केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में सरकारी और निजी कंपनियों के संपर्क में है।

नोक्का रोबोटिक्स के वेंटीलेटर्स की मांग कई गुना बढ़ी 

स्टार्टअप फर्म नोक्का रोबोटिक्स के कोविड वेंटीलेटर्स की मांग में पिछले हफ्ते 20-25 गुना वृद्धि हुई है। फर्म ने केंद्र सरकार से वेंटीलेटर्स निर्माण के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद के मानकों में ढील देने का अनुरोध किया है। नोक्का रोबोटिक्स के सह-संस्थापक निखिल कुरेले ने कहा, 'फरवरी तक हम 70 (वेंटीलेटर्स) की आपूर्ति कर रहे थे। अब हमसे करीब 1,500 वेंटीलेटर्स के लिए संपर्क किया गया है, लेकिन हमने आर्डर नहीं लिए। हमारा बुनियादी ढांचा प्रतिमाह 60-70 वेंटीलेटर्स का उत्पादन कर सकता है जिसका अब हम तेजी से विस्तार कर रहे हैं।'

अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगा महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोमवार को अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र लगाने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने राज्य में महामारी के हालात पर विचार-विमर्श के लिए एक बैठक की और जिला कलेक्टरों व नगर आयुक्तों को निर्देश दिया कि वे तत्काल संयंत्रों की खरीद प्रक्रिया शुरू करें ताकि उन्हें दो से तीन हफ्ते में स्थापित किया जा सके। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में इस समय आक्सीजन की दैनिक खपत 1,550 मीट्रिक टन है। इसमें से 300 मीट्रिक टन प्रतिदिन अन्य राज्यों से प्राप्त की जा रही है। 


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