कोरोना से हरेक जिंदगी को बचाने के लिए रेलवे चिकित्सा ऑक्सीजन को देश में कहीं भी पहुंचाने को तत्पर
भारतीय रेलवे ने कोरोना के मरीजों को एकांत में रखने के लिए 3816 कोच तैयार किए गए हैं। देश में कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय रेलवे हरेक जिंदगी को बचाने के लिए चिकित्सा ऑक्सीजन को कहीं भी पहुंचाने के लिए तत्पर है।
नई दिल्ली, एएनआइ। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा ने कहा कि देश में कोविड-19 महामारी के कारण चिकित्सा ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे हरेक जिंदगी को बचाने के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) को कहीं भी पहुंचाने के लिए तत्पर है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा- रेलवे नागरिकों की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए समर्पित
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन शर्मा ने कहा कि भारतीय रेलवे आवश्यक वस्तुओं को देश भर में पहुंचाने और नित नए तरीकों से सभी नागरिकों की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकर लेकर विशाखापत्तनम से पहले ही रवाना हो चुकी है। यह नागपुर होते हुए नासिक जाने वाली हैं जहां पहले से ऑक्सीजन का काफी संकट है।
शर्मा ने कहा- यह सुविधा भारतीय रेलवे की रो-रो सेवा के जरिये दी जा रही
मीडिया से ऑनलाइन संवाद में शर्मा ने कहा कि यह सुविधा भारतीय रेलवे की रो-रो सेवा के जरिये दी जा रही है। 22 अप्रैल को लखनऊ से बोकारो के लिए एक और ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना की जा चुकी है। आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली के लिए भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस उपलब्ध कराई जाएंगी। रेलवे को इन राज्यों से पहले ही अनुरोध मिल चुके हैं और अब रेलवे इसकी तैयारी कर रहा है।
विशेष आकार के नए टैंकरों की व्यवस्था करनी होगी
ध्यान रहे कि यह सफर सरल और सहज नहीं क्योंकि इसके लिए पूरे रूट की रेकी करनी होगी और विशेष आकार के नए टैंकरों की व्यवस्था करनी होगी। समतल वैगन से टैंकरों को लोड और अनलोड करने के लिए रैम्प बनवाना होगा। साथ ही सड़कों के ऊपर ओवरब्रिजों की हाइट को भी ध्यान में रखना होगा। इन ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए हैं।
400 बेड वाली 25 कोच दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर मौजूद हैं
कोरोना के मरीजों को एकांत में रखने के लिए 3816 कोच तैयार किए गए हैं। 80 बेड वाले 50 कोचों को शकूरबस्ती में तैनात किया गया है। 400 बेड वाली 25 कोच दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर मौजूद हैं। हालांकि वहां पर अभी तक कोई मरीज वहां नहीं है।