रेलवे चेयरमैन बोले, देश के लिए बुलेट ट्रेन बेहद जरूरी
जापान के वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग से नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन और महाराष्ट्र व गुजरात सरकारें मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन कॉरीडोर को कार्यान्वित कर रहे हैं।
By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 09:44 PM (IST)
मुंबई, प्रेट्र। देश के लिए बुलेट ट्रेन को बेहद जरूरी बताते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने सोमवार को कहा कि रेलवे इसे ऐसी परियोजना मानता है जो देश में प्रोद्योगिकी से संचालित परिवहन की शुरुआत करेगी।
जापान के वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग से नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन और महाराष्ट्र व गुजरात सरकारें मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन कॉरीडोर को कार्यान्वित कर रहे हैं। लोगों का एक वर्ग जहां इसकी जरूरत पर सवाल उठा रहा है तो अन्य लोग इसके लिए भू-अधिग्रहण प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, लोहानी का कहना है, 'बुलेट ट्रेन चलाकर हम द्रुतगति के परिवहन माध्यम की शुरुआत करना चाहते हैं जो गति के मामले में हवाई यात्रा के समान होगी।' उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना को पूरी करने की समय सीमा दिसंबर 2022 तय की गई है और रेलवे को उम्मीद है कि उसे तय समय में पूरा कर लिया जाएगा।
मालूम हो कि अश्विनी लोहानी सोमवार को विभिन्न उपनगरीय परियोजनाओं की समीक्षा के लिए मुंबई में थे। इस दौरान उन्होंने पश्चिम और मध्य रेलवे के महाप्रबंधकों के साथ-साथ मुंबई रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। मध्य रेलवे के मुख्यालय सीएसएमटी को संग्रहालय में बदलने के सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'मैं इतना कह सकता हूं कि हम इस असाधारण इमारत के गौरव को बहाल और संरक्षित करेंगे।'
जापान के वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग से नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन और महाराष्ट्र व गुजरात सरकारें मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन कॉरीडोर को कार्यान्वित कर रहे हैं। लोगों का एक वर्ग जहां इसकी जरूरत पर सवाल उठा रहा है तो अन्य लोग इसके लिए भू-अधिग्रहण प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, लोहानी का कहना है, 'बुलेट ट्रेन चलाकर हम द्रुतगति के परिवहन माध्यम की शुरुआत करना चाहते हैं जो गति के मामले में हवाई यात्रा के समान होगी।' उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना को पूरी करने की समय सीमा दिसंबर 2022 तय की गई है और रेलवे को उम्मीद है कि उसे तय समय में पूरा कर लिया जाएगा।
मालूम हो कि अश्विनी लोहानी सोमवार को विभिन्न उपनगरीय परियोजनाओं की समीक्षा के लिए मुंबई में थे। इस दौरान उन्होंने पश्चिम और मध्य रेलवे के महाप्रबंधकों के साथ-साथ मुंबई रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। मध्य रेलवे के मुख्यालय सीएसएमटी को संग्रहालय में बदलने के सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'मैं इतना कह सकता हूं कि हम इस असाधारण इमारत के गौरव को बहाल और संरक्षित करेंगे।'
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