गाय की राजनीति करने वालों पर उद्योगपति राहुल बजाज ने उठाए सवाल
राहुल बजाज ने आरोप लगाया कि गायों के संरक्षण और उसके नाम पर उन्मादी हिंसा फैलाने वाले राजनीतिज्ञों ने अब तक इस पशु के लिए कुछ भी नहीं किया।
मुंबई, प्रेट्र। गायों की सुरक्षा और उसके नाम पर उन्मादी भीड़ की हिंसा के मामले में अब भाजपा को वयोवृद्ध उद्योगपति राहुल बजाज ने घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गायों के संरक्षण और उसके नाम पर उन्मादी हिंसा फैलाने वाले राजनीतिज्ञों ने अब तक इस पशु के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे राजनीतिज्ञों से पूछना चाहिए कि उनके पिता और दादा ने गायों की सुरक्षा के लिए क्या किया है।
अपनी दादी जानकीदेवी बजाज की आत्मकथा का अंग्रेजी संस्करण जारी करते हुए उन्होंने कहा, 'मेरे दादा जमनालाल बजाज कुटिया में रहते थे और गायों को स्वयं नहलाते थे, पर आज हालात ये हैं कि हम गायों के नाम पर लोगों की हत्या कर रहे हैं। मैं गोमाता की बात करने वाली राजनीतिक पार्टियों का नाम नहीं लूंगा, लेकिन उनसे पूछता हूं कि उन्होंने, उनके माता-पिता और उनके दादा ने गोमाता के लिए क्या किया है।'
उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इनमें से 95 फीसद लोगों ने गोमाता के लिए कुछ नहीं किया होगा। जो लोग करते हैं वह बात नहीं करते हैं। यही फर्क होता है एक राजनीतिक व्यक्ति और एक वास्तविक गांधीवादी कार्यकर्ता के बीच।
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कुछ दिन पहले ठुकरा दिया था संघ का आमंत्रण
इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध गांधीवादी और बांबे हाई कोर्ट के पूर्व कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश चंद्रशेखर धर्माधिकारी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि हमारे बीच से आखिरी सच्चा गांधीवादी चला गया। आज के समय हमारे पास उनके जैसा कोई नहीं है। न तो उनके जैसा कोई बुद्धिमान है, न ही उनके जैसा कोई बात करने वाला है। बता दें कि कुछ दिनों पहले राहुल बजाज जस्टिस धर्माधिकारी के अंतिम संस्कार में शामिल होने नागपुर गए थे। इस दौरान संघ ने उन्हें अपने नेताओं से मिलने के लिए मुख्यालय आने का निमंत्रण दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था।