Quit India Movement: 'भारत छोड़ो आंदोलन' की वर्षगांठ पर 202 स्वतंत्रता सेनानी हुए सम्मानित
कोरोना संक्रमण के कारण राष्ट्रपति कोविंद इस बार अपने आवास पर नहीं करेंगे भोज का आयोजन।
नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 'भारत छोड़ो आंदोलन' दिवस की 78वीं वर्षगांठ पर रविवार को देशभर के 202 स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। हालांकि, उन्होंने इस बार कोरोना संक्रमण की महामारी के मद्देनजर अपने आवास पर स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में प्रीतिभोज का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है। भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हर साल नौ अगस्त को राष्ट्रपति भवन में प्रीतिभोज के आयोजन की परंपरा रही है।
राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान के अनुसार, 'कोरोना संक्रमण की महामारी के मद्देनजर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों से आग्रह किया गया था कि वे जिलाधिकारियों, अतिरिक्त जिलाधिकारियों या उप जिलाधिकारियों को भेजकर स्वतंत्रता सेनानियों को उनके घर पर शॉल व अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित करें। राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को रेजिडेंट कमिश्नर के जरिये शॉल व अंगवस्त्रम भिजवा दिए गए थे।'उल्लेखनीय है कि आठ अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी ने भारत से अंग्रेजों के शासन को खत्म करने के लिए 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरुआत की थी।
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर लगाया
हिदुस्तान स्काउट एवं गाइड, जीवन ज्योति फाउंडेशन व युवा क्लब बधवाना के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को गांव बधवाना के सुरेंद्र गार्डन में 82वां रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मनोज दलाल सीटीएम भिवानी, जिला पार्षद प्रतिनिधि मा. अमित कुमार, पंचायत समिति सदस्य महेश यादव, पूर्व सरपंच पृथ्वीराज, पूर्व सरपंच भीम सिंह, स्काउट के जिला अमित जाखड़, सुरेंद्र आर्य चंदेनी, युवा क्रांति के संयोजक रामवीर झोझू ने भारत छोड़ो आंदोलन के सभी शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक अजय कुमार, स्काउट के जिला मीडिया प्रभारी बिशन सिंह आर्य ने बताया कि इस अवसर पर 70 युवकों ने रक्तदान करके शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।मुख्य अतिथि सीटीएम मनोज दलाल ने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस हमारे लिए राष्ट्रीय पर्व के रूप में महत्वपूर्ण हैं। उसी प्रकार 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन का भी महत्व है।