पीएनबी घोटालाः बैंक ने जांच की जानकारी साझा करने से किया इनकार
पीएनबी घोटाले को लेकर दायर एक आरटीआइ में बैंक में जांच की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है।
नई दिल्ली (पीटीआइ)। 13 हजार करोड़ के घोटाले में सरकारी बैंक पीएनबी ने जांच की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है। एक आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना के जवाब में पीएनबी ने यह बात कही है। पीएनबी ने कहा है कि घोटाले की जांच कई केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं, इसीलिए इस तरह की सूचना देने से जांच प्रभावित हो सकती है।
गौरतलब हो कि बैंकिंग सेक्टर के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला है, जो देश के दूसरे सबसे अग्रणी बैंक के जरिए हुआ है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने इस घोटाले को अंजाम दिया है।
ये एजेंसियां कर रही जांच
सीबीआई के अलावा पीएनबी घोटाले की जांच आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय सहित रिजर्व बैंक भी कर रहा है। इससे पहले, आरबीआइ ने भी इस प्रकार आरटीआई पर पीएनबी घोटोला की जांच की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, आरबीआइ ने सूचना के जवाब में इतना जरूर बताया कि 2007 से 2017 के बीच की ऑडिट रिपोर्ट में से 2011 को छोड़कर उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इन पर गिरी गाज
हाल ही में सेबी ने भी पीएनबी को नीरव मोदी से संबंधित मामले को उजागर नहीं करने को लेकर पत्र के जरिए चेतावनी दी है। इस घोटाले में पीएनबी के कई अधिकारियों पर गाज गिरी है। सभी को अपने पद से हटा दिया गया है। इनमें पीएनबी की पूर्व सीएमडी उषा अनंतासुब्रमण्यम, जो कि फिलहाल इलाहाबाद बैंक में सीईओ और एमडी थीं, के अलावा पीएनबी के कार्यकारी निदेशक केबी ब्रह्माजी राव और संजीव शरण, जीएम (इंटरनेशन ऑपरेशन्स) निहाल अहद का नाम शामिल है।
उधर, मंगलवार को पीएनबी ने बताया कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी 14356.84 करोड़ रुपये का बैंक को चूना लगाकर फरार हैं।