'वंस अपॉन अ टाइम' शराब के बड़े कारोबारी कर्जदार माल्या अब हैं भगोड़ा
बैंकों के बड़े कर्जदार विजय माल्या दो साल से भारत से फरार हैं। लंदन में गिरफ्तारी के बाद उन्हें जमानत मिल गयी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। एक समय था जब विजय माल्या के पास अच्छे दिनों की बादशाहत थी लेकिन वर्तमान में उनका एयरलाइंस बिजनेस के साथ शराब का कारोबार भी ठप हो गया है और कई बैंकों का कर्ज लिए देश से फरार होने के बाद आज लंदन में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही वेस्टमिंस्टर कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई।
वसीयत में मिला था अकूत धन
यदि कहें कि माल्या का जन्म ‘सोने के चम्मच’ के साथ हुआ था तो यह बात कहीं से भी गलत नहीं है। क्योंकि उनके पिता विट्ठल माल्या के साम्राज्य का अकूत धन उन्हें वसीयत में मिला।
बिजनेस में पिता की थी अच्छी साख
कर्नाटक के तटीय इलाके बंतवाल से ताल्लुक रखने वाले माल्या शाश्वत ब्राह्मण समुदाय से हैं। विजय माल्या के पिता का जन्म ढाका में हुआ था और उनके पिता ब्रिटिश आर्मी में थे। उन्होंने यूबी समूह के शेयर्स खरीदे और वर्ष 1947 में विट्ठल माल्या ने पहली बार यूबी समूह के निर्देशक पद के लिए चुनाव लड़ा और भारतीय निर्देशक बने। इसके बाद कुछ ही वर्षों में इस कंपनी के अध्यक्ष बन गए।
ब्रिटिश से खरीदा था मैकडॉवेल
वर्ष 1951 में उन्होंने ब्रिटिश मालिकों से मैकडॉवेल कंपनी खरीद लिया। फिर वर्ष 1952 में बैंगलोर आ गए। यहां शराब की छोटी कंपनियां खरीदी और वर्ष 1959 में पहली शराब कंपनी की स्थापना की। इसके बाद आंध्र प्रदेश, गोवा, बिहार में शराब कंपनियों की शुरुआत की। इसके साथ ही उनके साम्राज्य की शुरुआत हो गयी थी।
शराब कारोबारी नहीं उद्योगपति
भारत में शराब व्यवसाय को अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता इसलिए वे चाहते थे कि लोग उन्हें शराब के बड़े व्यवसायी नहीं, बल्कि एक उद्योगपति के रूप में जानें और इसके लिए उन्होंने इंजीनियरिंग, उर्वरक, टेलीविजन और चार्टर विमान सेवा की कंपनियों में पैसे लगाए।
कोलकाता में हुई पढ़ाई
विजय माल्या का जन्म 18 दिसंबर 1955 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। विजय माल्या की स्कूली पढ़ाई कोलकाता के लॉ मास्टीने स्कूल से हुई और सेंट जेवियर कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। माल्या ने अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
22 वर्ष में ही हुई बिजनेस में एंट्री
1977 में विजय माल्या के पिता विट्ठल माल्या को दिल का दौरा पड़ने के बाद बिजनेस की कमान 22 वर्षीय विजय माल्या के हाथों में आ गई। उन्हें अमेरिका में काम करने के लिए भेजा गया। अक्टूबर 1983 में विजय माल्या के पिता विट्ठल माल्या के निधन के वक्त विजय माल्या करीब 300 करोड़ के बिजनेस के मालिक बन चुके थे। पिता की मौत के बाद विजय माल्या को यूनाइटेड ब्रेवरीज कंपनी की कमान दी गई। इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी का विस्तार करते हुए देश-विदेश में कई कंपनियां स्थापित कीं।
विजय माल्या की दो शादियां
विजय माल्या ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी समीरा से एक बेटा सिद्धार्थ है लेकिन कुछ ही सालों के बाद समीरा से तलाक लेकर बेंगलुरु में रेख माल्या से शादी कर ली, जिससे उनकी दो बेटियां लीना और तान्या माल्या हैं।
राजनीति में माल्या
विजय माल्या पहली बार 2002 में कर्नाटक विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा सदस्य के तौर पर चुने गए और रक्षा मंत्रालय का जिम्मा लिया। इसके बाद अगस्त 2004 में उद्योग समिति के सदस्य बन गए और लगातार राज्य के कई मंत्रालयों का भी कार्यभार संभाला।
2005 में किंगफिशर एयरलाइंस
2005 में माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस की स्थापना की, शुरू के तीन-चार साल सबकुछ ठीकठाक चला, लेकिन 2009 में एयरलाइंस को 418.77 करोड़ का घाटा हुआ जिसके बाद 100 पायलटों को निकाल दिया। सिल्वरस्टोन की ग्रांड प्रिक्स टीम को 2007 में विजय माल्या ने 88 मिलियन पौंड में खरीदा। 2014 में किंगफिशर पर पूरी तरह रोक लगा दिया गया।
दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपनी के चेयरमैन थे माल्या
विजय माल्या दुनिया की सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स के चेयरमैन थे, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में बियर में भारत का नेतृत्व करती थीं लेकिन किंगफिशर एयरलाइंस में हुए घाटे को चुकाने के लिए उन्हें यह कंपनी गंवानी पड़ी।
रंगीन मिजाज के विजय माल्या
लग्जरी कारों के शौकीन माल्या को पेजथ्री पार्टियों में अक्सर मॉडल्स के साथ देखा जाता रहा है। किंगफिशर कैलेंडर गर्ल की मॉडलों के साथ उनकी तस्वीरें हमेशा सुर्खियों में रहीं। रंगीन मिजाज के माल्या आज सबसे बड़े कर्जदार हैं।
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