पीएम मोदी ने की नीदरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ वर्चुअल वार्ता, कहा- महामारी और आतंकवाद पर हमारा दृष्टिकोण समान
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया हमारी साझेदारी लोकतंत्र और कानून के शासन के साझा मूल्यों पर आधारित है। जलवायु परिवर्तन आतंकवाद महामारी जैसी चुनौतियों के प्रति हमारा दृष्टिकोण समान है। हम भारत-प्रशांत आपूर्ति श्रृंखला और वैश्विक डिजिटल प्रशासन जैसे नए क्षेत्रों में भी अभिसरण विकसित कर रहे हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रट (Mark Rutte) के साथ वर्चुअल समिट की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें कि इस समिट का आयोजन पीएम रट की हालिया संसदीय जीत के बाद हुआ है। इस दौरान दोनों देशों के प्रमुखों ने द्विपक्षीय सहयोग पर विस्तार से चर्चा की और दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए नए तरीकों पर विचार किया।
Our partnership is based on shared values of democracy & rule of law. Our approach towards challenges like climate change, terrorism, pandemic is similar. We're also developing convergence in new areas like Indo-pacific resilient supply chains & global digital governance: PM Modi pic.twitter.com/tgA0D0U6Rz
— ANI (@ANI) April 9, 2021
समिट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, 'हमारी साझेदारी लोकतंत्र और कानून के शासन के साझा मूल्यों पर आधारित है। जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, महामारी जैसी चुनौतियों के प्रति हमारा दृष्टिकोण समान है। हम भारत-प्रशांत आपूर्ति श्रृंखला और वैश्विक डिजिटल प्रशासन जैसे नए क्षेत्रों में भी अभिसरण विकसित कर रहे हैं।'
ट्रेड समझौते पर चर्चा शुरू करेंगे भारत-ईयू
भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच कारोबार और निवेश समझौते पर स्थगित वार्ता मई, 2021 के बाद फिर से शुरू हो सकती है। यूरोपीय देशों के साथ रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने की दिशा में मोदी सरकार खास ध्यान दे रही है, उसे देखते हुए कारोबार और निवेश समझौते को जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश की जाएगी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रट के बीच हुई वर्चुअल शिखर वार्ता में उक्त समझौते को लेकर काफी बात हुई। इससे पहले पीएम मोदी की स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ अलग-अलग शिखर वार्ताओं में भी निवेश समझौते को लेकर चर्चा हुई थी और सभी देशों की तरफ से संकेत दिए गए कि इसे अंतिम रूप देने में देरी नहीं होनी चाहिए।यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के हट जाने के बाद अब नीदरलैंड की भूमिका भारत के लिए निवेश और कारोबार के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण हो गई है।
यूरोपीय संघ से होने वाले कारोबार का एक बड़ा हिस्सा नीदरलैंड के बंदरगाहों से ही किया जाएगा। इस वजह से ही प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से प्रधानमंत्री रूट के समक्ष भारत-ईयू ट्रेड समझौते को उठाया गया। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारत के लिए नीदरलैंड यूरोपीय संघ के बाजार में एक द्वार की तरह होगा। मई, 2021 में प्रधानमंत्री मोदी पुर्तगाल की यात्रा पर जाने वाले हैं जहां भारत-यूरोपीय संघ शिखर बैठक होगी। इसमें द्विपक्षीय कारोबार और निवेश समझौते को लेकर फिर से बातचीत शुरू होने पर फैसला संभव है। सनद रहे कि दोनों पक्षों के बीच यह वार्ता वर्ष 2013 से स्थगित है।