शिक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव की जरूरत: राष्ट्रपति
सोनीपत। देश में शिक्षा की गुणवत्ता पर चिंता जाहिर करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को शिक्षा के वर्तमान प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षण, अध्यापक मंडली व शोध में बदलाव कर इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता हैं।
सोनीपत। देश में शिक्षा की गुणवत्ता पर चिंता जाहिर करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को शिक्षा के वर्तमान प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षण, अध्यापक मंडली व शोध में बदलाव कर इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता हैं।
ओपी जिन्दल ग्लोबल विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा को जनोपयोगी और देश व समाज के विकास में भागीदार बनाने को लेकर यहां आयोजित एक महासम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शिक्षा की घटती गुणवत्ता पर चिंता जताई। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए गुणवत्ता, हासिल और पहुंच जैसे तीन आधार पर कार्य किए जाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में शिक्षा के योगदान को बेहतर बनाने के लिए इसके अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं हैं।
इसके साथ ही प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उच्च शिक्षा के महत्वपूर्ण संस्थानों में शैक्षणिक और शोध पदों पर अच्छी प्रतिभा की कमी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत अन्य विश्वविद्यालयों में अध्यापकों के रिक्त पदों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन पदों को शीघ्रता से भरे जाने को लेकर उचित कदम उठाये जाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के बिना शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार संभव नहीं हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर