राष्ट्रपति चुनाव : रामनाथ कोविंद की जीत को लेकर केंद्र सरकार आश्वस्त
एनडीए ने राष्ट्रपति उम्मीदवार कोविंद को लेकर कहा, कोविंद बहुमत से जीतेंगे और यह हमारे लिए और देश के लिए एक ऐतिहासिक जीत होगी। ।
नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्र ने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जीत को लेकर अपना विश्वास व्यक्त किया साथ ही विपक्षी दलों के समर्थन के लिए उनका धन्यवाद किया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि रामनाथ कोविंद एक बहुत ही योग्य उम्मीदवार हैं। उनका जन्म एक साधारण गरीब परिवार में हुआ था और अब वह भारत के उच्चतम पद पर बैठने जा रहे हैं। कोविंद बहुमत से जीतेंगे और यह हमारे लिए और देश के लिए एक ऐतिहासिक जीत होगी। ।
इस बीच, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने भी विपक्षी दलों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "हम विपक्ष के सभी नेताओं से मिले और सभी की बातें सुनीं। इसके बाद पार्टी के सभी विचारों को ध्यान में रखते हुए हमने रामनाथ कोविंद का नाम राष्ट्रपति उम्मीदवार के रुप में तय किया। वे महान हैं उनके पास शानदार राजनीतिक कैरियर है। हमें समर्थन देने वाले सभी पार्टियों का हम धन्यवाद करना चाहते हैं। कोविंद के नाम की घोषणा करने से पहले, हमने कांग्रेस के साथ चर्चा की। मुझे पूर्ण विश्वास है कि रामनाथ चुनाव जीतेंगे। मुझे खुशी है कि एनडीए के बाहर पार्टियां भी हमें समर्थन दे रही हैं। "
कोविन्द ने इसके पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद में अपना नामांकन दाखिल किया। जहां उनके साथ प्रधानमंत्री मोदी के अलावा वैंकेया नायडू, भाजपा के वरिष्ठ नेता एल.के. आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। नामांकन फाइल करने के लिए जाने से पहले, कोविंद ने भाजपा के शीर्ष नेताओं और प्रधान मंत्री के साथ मिलकर मीडिया के सामने अपनी और पार्टी की एकता और ताकत का प्रदर्शन किया।
दूसरी तरफ, विपक्ष ने कल राष्ट्रपति पद के लिए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को नामित किया था। सभी 17 राजनीतिक दलों ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सर्वसम्मति से कुमार का नाम प्रस्तावित किया। कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने इनके नाम पर फैसला किया। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी कुमार को समर्थन दिया है। हालांकि पहले, मायावती की अगुवाई वाली बसपा ने कोविंद को अपना समर्थन दिया था, लेकिन कुमार के नामांकन के बाद उन्होंने उनके समर्थन को वापस ले लिया।
भारत के अगले राष्ट्रपति का चुनाव 17 जुलाई को होने जा रहा है क्योंकि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
यह भी पढ़ें : राष्ट्रपति चुनाव में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 'अडिग' भी