विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष बोले, वेटिकन व मक्का की तर्ज पर होगा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का विकास
विहिप अध्यक्ष ने कहा हिंदुओं को लगता है कि उन्हें कुछ नहीं होगा। इसी मानसिकता की वजह से हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया हिंदू धर्म को उखाड़ फेंकने की सुनियोजित योजना से मिशनरीज आदिवासी इलाकों में स्कूलों और अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं।
नागपुर, प्रेट्र। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अध्यक्ष रविंद्र नारायण सिंह ने रविवार को कहा कि वेटिकन सिटी और मक्का की तर्ज पर अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का विकास किया जाएगा और वह हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में उभरेगा। विहिप अध्यक्ष धंतोली इलाके में विश्व हिंदू जनकल्याण परिषद के विदर्भ क्षेत्र कार्यालय के निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होने आए थे। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने भारत में मतांतरण के उद्देश्य से आने वाले विदेशी धन पर अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की सराहना की। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से देश की सेवा में हिंदू समुदाय के साथ आने की अपील भी की।
विहिप अध्यक्ष ने कहा, 'हिंदुओं को लगता है कि उन्हें कुछ नहीं होगा। इसी मानसिकता की वजह से हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।' उन्होंने आरोप लगाया, 'हिंदू धर्म को उखाड़ फेंकने की सुनियोजित योजना से मिशनरीज आदिवासी इलाकों में स्कूलों और अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं। हिंदुत्व और अपनी रक्षा करने के लिए हिंदुओं को संगठित मजबूत ताकत बनने की जरूरत है।'
उन्होंने कहा कि भारतीय इन दिनों अपने बच्चों को संस्कार देने के बजाय जीडीपी के बारे में ज्यादा चिंतित दिखाई देते हैं। भारत में मुसलमानों और ईसाइयों पर अपने विचारों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर रविंद्र नारायण ने कहा, 'चौथे चरण में जब कैंसर फैलता है तो आपको कीमोथैरेपी करने की जरूरत होती है और आपका शरीर मजबूत होना चाहिए।'
जुलाई 2021 में रवींद्र नारायण सिंह बनाए गए विहिप के अध्यक्ष
बता दें कि अस्थि सर्जन एवं पद्मश्री से सम्मानित डाक्टर रवींद्र नारायण सिंह को जुलाई 2021 में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का नया अध्यक्ष चुना गया था। बिहार से ताल्लुक रखनेवाले सिंह अब तक संगठन के उपाध्यक्ष थे। उन्हें चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2010 में पद्मश्री मिला था, जो देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।