कोरोना की चपेट से बचने के लिए बनाई PPE किट और अब पसीने से बचाने को तैयार यह डिवाइस! जानें
डीआरडीओ के अधिकारियों ने डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों से मिले फीडबैक के आधार पर पाया कि पीपीई पहनने वाले 30 से 45 मिनट से अधिक समय के बाद असहज महसूस करते हैं।
नई दिल्ली(भारत), एएनआइ। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने एक उपकरण - SUMERU-PACS विकसित किया है, जो व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) पहनने वालों को पसीने से छुटकारा दिलाएगा। DRDO ने कोरोना वायरस मेडिकल कर्मचारियों को बचाने के लिए नए तरीके का पीपीई किट तैयार किया है। इस पीपीई किट के अंदर 500 ग्राम का छोटा बैकपैक होगा।
डीआरडीओ के अधिकारियों ने डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों से मिले फीडबैक के आधार पर पाया कि पीपीई पहनने वाले 30 से 45 मिनट से अधिक समय के बाद असहज महसूस करते हैं और पसीना आने लगता है जिससे स्थिति और खराब हो जाती है। अब प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद, DRDO ने एक व्यक्तिगत वायु संचलन प्रणाली विकसित की, जिसका उपयोग पीपीई के अंदर लगभग 500 ग्राम वजन के छोटे बैकपैक के रूप में किया जा सकता है जो 39 डिग्री सेल्सियस के परिवेश के तापमान पर अच्छी तरह से काम करता है और पहनने वाले को बिना पसीने के आरामदायक और ठंडा रखता है।
बताया गया कि प्रणाली विशेष रूप से डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के लिए घर के अंदर पीपीई कवर के लिए उपयुक्त है जो अस्पतालों में सभी छह घंटे कवर करते हैं। डिवाइस एक फिल्टर की मदद से बाहरी हवा को खींचता है और सामने की ओर खुलने से नम हवा बाहर जाती है, जिससे गर्दन और सिर का क्षेत्र ठंडा रहता है। गौरतलब है कि भारत में फरवरी-2020 से पहले स्टैंडर्ड PPE किट ही नहीं बनती थी, लेकिन कोरोना वायरस का कहर बढ़ने लगा तो भारत भी इससे मुकाबले की तैयारी में जुट गया। मार्च के महीने में भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से PPE किट बनाने की हरी झंडी मिली थी।