मध्य प्रदेश में किसान के कीटनाशक पीने और परिवार की पिटाई से सियासी बवाल
मप्र के गुना शहर स्थित जगनपुर में आदर्श कॉलेज के लिए स्वीकृत जमीन से कब्जा हटाने के दौरान दंपती के कीटनाशक पीने और स्वजनों पर पुलिस लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ गया।
गुना, राज्य ब्यूरो। मप्र के गुना शहर स्थित जगनपुर में आदर्श कॉलेज के लिए स्वीकृत जमीन से मंगलवार को कब्जा हटाने के दौरान दंपती के कीटनाशक पीने और स्वजनों पर पुलिस के लाठीचार्ज का मामला बुधवार को तूल पकड़ गया। ट्विटर पर प्रदेश कांग्रेस की ओर से मासूम बच्चों के बिलखते हुए फोटो के साथ इसे जंगलराज की लज्जित तस्वीर बताया गया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमल नाथ ने भी मामले में सवाल खड़े किए हैं। वहीं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
कब्जा हटाने के लिए हुई बेदखली की कार्रवाई
गुना के कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने बताया कि नवीन आदर्श महाविद्यालय के लिए ग्राम जगनपुर में आरक्षित की गई थी। कब्जा हटाने के लिए हुई बेदखली की कार्रवाई के दौरान 14 जुलाई को पुलिस बल की उपस्थिति में सीमांकन कराया गया तथा बेदखली की गई। जब कार्रवाई चल रही थी, उसी समय राजकुमार अहिरवार व उसकी पत्नी सावित्रीबाई ने कीटनाशक पी लिया। वे अस्पताल जाने से इन्कार कर रहे थे। मुख्य अतिक्रमण कर्ता गब्बू पारदी की ओर से राजकुमार व सावित्री बाई के अतिरिक्त अन्य लोगों को भी, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, कीटनाशक पीने के लिए उकसाया जा रहा था। ऐसे में सख्ती बरती गई। वर्तमान में राजकुमार व सावित्री बाई की स्थिति में सुधार हुआ है।
पटवारी ने दर्ज कराया केस
इस मामले में पटवारी शिवशंकर ओझा ने कैंट थाने में संबंधितों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा समेत अन्य धारा में मामला दर्ज कराया है। इसमें रामकुमार, शिशुपाल अहिरवार, सावित्री बाई समेत पांच-सात अज्ञात लोग आरोपित बनाए गए हैं।
विस्तार से होगी जांच : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को विस्तार से जांच करने को कहा है। उधर, प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं। इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा। उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बर्बर कार्रवाई : कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अजा वर्ग के किसान परिवार पर पुलिस कार्रवाई को बर्बर बताया और कहा कि क्या सरकार ऐसी कार्रवाई रसूखदार व तथाकथित जनसेवकों के खिलाफ भी करेगी। कहा कि शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है। ये कैसा जंगलराज है। किसान परिवार का जमीन संबंधी शासकीय विवाद था, जिसे कानूनन हल किया जा सकता है लेकिन कानून हाथ में लेकर परिवार को पीटा गया