महाराष्ट्र में चार बच्चों की हत्या में पुलिस को दुष्कर्म का संदेह
आदिवासी समुदाय के ये बच्चे घर में अकेले थे। इनके माता-पिता अपने बड़े बच्चे के साथ अपने रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने गए थे। उन्होंने अपने जानने वालों के हवाले बच्चों को छोड़ा था। पुलिस को दुष्कर्म का संदेह।
नई दिल्ली, जेएनएन। महाराष्ट्र के जलगांव जिले में चार भाई-बहनों की हत्या में पुलिस ने दुष्कर्म का संदेह व्यक्त किया है। गुरुवार को दो लड़कियों और दो लड़कों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई थी। लड़कियों की उम्र छह और 13 और लड़की की उम्र आठ और 11 साल थी।
आदिवासी समुदाय के ये बच्चे घर में अकेले थे। इनके माता-पिता अपने बड़े बच्चे के साथ अपने रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने गए थे। उन्होंने अपने जानने वालों के हवाले बच्चों को छोड़ा था। परिवार के बच्चे ने कहा कि चारों छोटे थे, इसलिए उसने अपने मित्रों से उनकी देखभाल करने को कहा था। लेकिन उन्होंने ऐसा घिनौना काम कर दिया।
पुलिस अभी इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनाक्रम और वैज्ञानिक सुबूत के आधार पर इस मामले में दुष्कर्म की धारा भी जोड़ दी गई है।
राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख भी शनिवार को जलगांव गए थे। उन्होंने कहा था कि जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
बता दें कि पहले बताया गया था कि उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक ही परिवार के चार नाबालिग भाई और बहनों को कथित तौर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। उन चारों के शव खेत में लहूलुहान मिले थे। अब पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म का भी संदेह जताया है। बच्चों के माता-पिता मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। घटना रावेर तालुका के बोरखेड़ा शिवहर गांव की है। मृतकों की पहचान संगीता (13), राहुल (11), अनिल (आठ) और नानी (छह) को के रूप में हुई थी। पुलिस के मुताबिक, सभी बच्चों को कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला गया। इनकी गर्दन पर गहरे घाव पाए गए।
पुलिस ने इस संबंध में कई लोगों से पूछताछ की है। वहीं, पुलिस इस घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जांच कर रही है। अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। यह भी नहीं पता चला है कि इन बच्चों को इतनी बेरहमी से किसने और क्यों हत्या की है। इस घटना के बाद से वहां दहशत का माहौल है। पुलिस ने इस संबंध में आसपास के लोगों और जिसके खेत में बच्चों के माता-पिता काम करते थे, उसके मालिक व बच्चों के परिजनों से पूछताछ की है।