आंध्र प्रदेश पुलिस को प्रवासी मजदूरों पर करना पड़ा लाठी चार्ज
आंध्र प्रदेश से खबर सामने आई है पुलिस को प्रवासी मजदूरों पर लाठी चार्ज करना पड़ा क्योंकि वह अपने घर जाने के लिए शेल्टर होम को छोड़ने का प्रयास कर रहे थे।
हैदराबाद, एएनआइ। देशभर में प्रवासी मजदूर कोने-कोने में लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं। सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को उनके निवास तक पहुंचाने कि लिए स्पेशल ट्रेनें और बसें भी चलाई गई है। ऐसे स्थिति में काफी संख्या में प्रवासियों को शेल्टर होम में भी सरकार की तरफ से रखा गया है। अब आंध्र प्रदेश से खबर सामने आई है पुलिस को प्रवासी मजदूरों पर लाठी चार्ज करना पड़ा क्योंकि वह अपने घर जाने के लिए शेल्टर होम को छोड़ने का प्रयास कर रहे थे।
राज्य के सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार 15 मई को राज्य के मुख्य सचिव नीलम साहनी ने प्रवासी मजदूरों को राहत केंद्रों में भेजने के आदेश दिए थे। ये मजदूर अपने घर जा रहे थे। सचिव के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड और आंध्र प्रदेश के 1,000 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को ताडेपल्ली में एक निजी क्लब में स्थानांतरित कर दिया गया।
सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा, "अगली सुबह नाश्ता करने के बाद, उनमें से कुछ ने साइकिल चलाना शुरू कर दिया। लगभग 150 मजदूर कृष्णा और गुंटूर जिलों के बीच पुल पर पहुंचे थे। इसके बाद यह मजदूर लगातार शेल्टर होम में जाने का विरोध कर रहे थे। ऐसे में पुलिस को उन्हें रोका और लाठियों का इस्तेमाल किया। इसके बाद बाद में उन सभी को वापस आश्रय गृह ले जाया गया।