दुष्कर्म का लगा था आरोप, बुजुर्ग ने पत्नी समेत जहर खाकर दी जान
दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज करवाने की धमकी से डरकर भागे इंदौर के बुजुर्ग दंपती ने बड़वानी में जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
नईदुनिया, इंदौर। दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज करवाने की धमकी से डरकर भागे इंदौर के बुजुर्ग दंपती ने बड़वानी में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार सुबह होटल के एक कमरे में दोनों के शव मिले। कमरा खोला गया तो दोनों के शव पलंग पर पड़े थे और मुंह से झाग निकल रहा था। पास ही कीटनाशक की बोतल सहित इंसुलिन, उपयोग कि ए इंजेक्शन व अरंडी के बीज भी मिले।
पुलिस के मुताबिक इंदौर निवासी गुणवंत (61) और वंदना भिड़े (58) के घर के निचले हिस्से में झूलाघर है। उसमें 17 बच्चे खेलने आते थे। 17 जनवरी को दंपती का एक महिला के बच्चे को लेकर विवाद हो गया था। महिला ने उनके खिलाफ थाने पर शिकायत करने की धमकी दी थी। इसके बाद रात में भिड़े दंपती बिना किसी को सूचना दिए घर से चले गए। 18 जनवरी को उनके दामाद ने उनकी गुमशुदगी की शिकायत थाने पर की थी। कुछ घंटे बाद उक्त महिला ने अपनी सात साल तीन माह की बेटी के साथ झूलाघर में अश्लील हरकत और दुष्कर्म होने की शिकायत की। उसने गुणवंत पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। केस दर्ज करने के बाद से पुलिस दोनों मामलों में दंपती की तलाश कर रही थी। बुधवार सुबह दोनों के आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद पुलिस बड़वानी पहुंची।
गलत कार्रवाई का आरोप
भिड़े परिवार के परिचित वकील सुनील रामचंदानी ने बताया कि महिला ने वृद्ध दंपती पर झूठा आरोप लगाया। पुलिस ने बिना आरोपों की जांच किए केस दर्ज कर लिया। दंपती के नहीं मिलने पर उनकी बेटी और पड़ोसियों को भी थाने में जबरन बैठाकर रखा।
पहले दर्ज हुई गुमशुदगी फिर दुष्कर्म का केस
नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) बीपीएस सिंह परिहार के मुताबिक, केस दर्ज कराने वाली महिला ने पुलिस को बताया था कि उसकी बेटी और एक बेटा झूलाघर जाते थे। संचालक ने बेटी के साथ अश्लील हरकत और दुष्कर्म किया था। केस दर्ज करने के बाद पुलिस संभावित जगहों पर उनकी तलाश कर रही थी। दंपती के दामाद आशीष ने बताया कि उसके सास-ससुर 40 वर्षो से झूलाघर संचालित कर रहे हैं। कभी कोई शिकायत नहीं आई। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, परिजन ने पुलिसकर्मियों पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।