PNB scam case:: पूरक आरोप पत्र में मेहुल चोकसी की पत्नी का नाम शामिल कर सकता है ईडी
भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की पत्नी प्रीति की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। पीएनबी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूरक आरोप पत्र में उसका नाम शामिल कर सकता है क्योंकि एजेंसी को घोटाले में उसकी संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की पत्नी प्रीति की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। पीएनबी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूरक आरोप पत्र में उसका नाम शामिल कर सकता है क्योंकि एजेंसी को घोटाले में उसकी संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं।
हिलिंगडन होल्डिंग्स मुखौटा कंपनी: ईडी
सूत्रों के मुताबिक, प्रीति हिलिंगडन होल्डिंग्स नामक कंपनी की मालिक है। ईडी को जांच में पता चला कि यह एक मुखौटा कंपनी है जो नवंबर, 2013 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के जबेल अली फ्री जोन में पंजीकृत हुई थी। गीतांजलि ग्रुप की कंपनी एशियन डायमंड ज्वैलरी एफजेडई से इस कंपनी में छह लाख दिरहम या 1.19 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। हिलिंगडन होल्डिंग्स के पास गोल्डहाक डीएमसीसी नामक कंपनी के जरिये दुबई में तीन अचल संपत्तियां हैं। इन संपत्तियों का कुल मूल्य 22.50 करोड़ रुपये से अधिक है। ईडी इन संपत्तियों को पहले ही जब्त कर चुका है।
लाभार्थियों की पहचान छिपाने के लिए विदेश में दो और कंपनियां खोली गई थीं
वास्तविक लाभार्थियों की पहचान छिपाने के लिए हिलिंगडन होल्डिंग्स के अलावा विदेश में दो और कंपनियां कोलिनडेल होल्डिंग्स और चारिंग क्रास होल्डिंग्स भी खोली गई थीं। इन कंपनियों को गीतांजलि ग्रुप के कर्मचारियों डाइन लिलीव्हाइट, सीडी शाह और नेहा शिंदे की मदद से खोला गया था। लिलीव्हाइट गीतांजलि ग्रुप की यूएई स्थित कुछ कंपनियों के डमी डायरेक्टरों में भी शुमार है। सीडी शाह एक कंसल्टेंसी कंपनी 'मैगस कंसल्टेंसी, मैसर्स शाह एंड अल शामली' का मालिक है।
हिलिंगडन होल्डिंग्स की सब्सिडियरी मेहुल चोकसी के हितों के लिए काम कर रही थीं
सूत्रों ने बताया कि हिलिंगडन होल्डिंग्स मेहुल चोकसी की मैसर्स गोल्डहाक डीएमसीसी की पूर्ण शेयरधारक थी। हिलिंगडन होल्डिंग्स की सब्सिडियरी मेहुल चोकसी के हितों के लिए काम कर रही थीं। मेहुल चोकसी ही इन कंपनियों का वास्तविक नियंत्रक है।
चोकसी के अपहरण के दावे पर एंटीगुआ की कैबिनेट में चर्चा
एंटीगुआ और बरबुडा की कैबिनेट में मेहुल चोकसी के अपहरण के दावे के साथ-साथ डोमिनिका के हाई कोर्ट और मजिस्ट्रेट के फैसलों पर संक्षिप्त चर्चा की गई। दरअसल, एंटीगुआ में अधिकारी चोकसी के दावे की लगातार जांच कर रहे हैं क्योंकि वहां अपहरण जैसे अपराध ज्यादा नहीं होते। इसलिए इस मामले की जांच में वहां कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।