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दिल्ली में 10 दिसंबर को संसद भवन की नई बिल्डिंग का होगा शिलान्यास, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन

देश की राजधानी दिल्ली में संसद भवन की नई बिल्डिंग का शिलान्यास होने जा रहा है। 10 दिसंबर को इस अवसर आयोजित की गई भूमि पूजा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसकी जानकारी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दी है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 02:34 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 05:31 PM (IST)
दिल्ली में 10 दिसंबर को संसद भवन की नई बिल्डिंग का होगा शिलान्यास, पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन
दिल्ली में 10 दिसंबर को संसद भवन की नई बिल्डिंग का होगा शिलान्यास।

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 दिसंबर को नई दिल्ली में संसद भवन की नई बिल्डिंग की नींव रखेंगे। इस दिन के लिए आयोजित की जा रही है भूमि पूजन पीएम मोदी करेंगे। इसकी जानकारी लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने इसकी जानकारी दी। 

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बता दें कि काफी समय से नए संसद भवन को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नए भवन का निर्माण मौजूदा भवन के पास किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसके निर्माण कार्य शुरू होने के लिए 21 महीने में पूरा होने की उम्मीद है। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत एक नए त्रिकोणीय संसद भवन, एक संयुक्त केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ के पुनर्निमाण की परिकल्पना की गई है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नया संसद भवन 65,000 वर्ग मीटर में फैली होगा, जिसमें 16921 वर्ग मीटर का इलाका अंडरग्राउंड भी होगा। नई बिल्डिंग 3 फ्लोर होंगे, जिसमें से एक ग्राउंड फ्लोर जबकि 2 मंजिल उसके ऊपर होंगे। 

नई इमारत में एक भव्य संविधान कक्ष होगा, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही इसमें सांसदों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समितियों के कक्ष, खान-पान क्षेत्र और विस्तृत वाहन पार्किंग स्थल होगा।

उल्‍लेखनीय है कि मौजूदा संसद भवन 1927 में बना था। यह दो सदन वाली संसद के लिए नहीं था। संसद में सदस्यों की संख्या बढ़ने के कारण मौजूदा भवन में जगह कम हो गई है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों एकदम भरे रहते हैं। दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में सदस्यों को प्लास्टिक की कुर्सियों पर बैठना पड़ता है, जो कि सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं माना जाता है। बताया जाता है कि मौजूदा भवन भूकंपरोधी भी नहीं है। यही नहीं अभी वाली संसद में अग्निशमन के लिए भी खास इंतजाम नहीं है।


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