Sushma Swaraj Birth Anniversary: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती पर PM नरेंद्र मोदी ने शेयर की ये तस्वीर
Sushma Swaraj Birth Anniversary पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज यानी 14 फरवरी को जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते एक फोटो शेयर की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Sushma Swaraj Birth Anniversary। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज यानी 14 फरवरी को जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीटर पर अपने साथ उनकी एक फोटो शेयर की है। इस फोटो के कैप्शन में उन्होंने लिखा कि वह सार्वजनिक सेवा के लिए हमेशा शालीनता और अटूट प्रतिबद्धता के साथ लगी रहीं। राष्ट्र के लिए उनके महान सपने रहे हैं। वह एक असाधारण सहयोगी और उत्कृष्ट मंत्री थी़ंं। बता दें कि देशभर में उनकी जयंती पर विभिन्न मंत्री और अधिकारियों नें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
14 फरवरी 1952 को हुआ था जन्म
सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 में अम्बला छावनी में हुआ था। आज उनका 68वां जन्मदिन है। बता दें कि सुषमा का निधन 6 अगस्त 2019 को हुआ था।
सांस्कृतिक केंद्र प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदला
देश में रहने वाले अपने मूल नागरिकों के साथ संपर्क को प्रतिध्वनित करने वाले सांस्कृतिक केंद्र प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम गुरुवार को पूर्व विदेश मंत्री के नाम पर सुषमा स्वराज भवन किया गया। भवन का नामाकरण दुनिया भर में संकट में फंसे भारतीयों से संपर्क साधने में संवेदना प्रदर्शित करने के लिए मशहूर रहीं पूर्व विदेश मंत्री के सम्मान में किया गया है। इसके अलावा राजनयिकों को प्रशिक्षण देने वाले विदेश सेवा संस्थान का नाम भी सुषमा स्वराज विदेश संस्थान किया गया है। सरकार का यह फैसला उनकी 68वीं जयंती से एक दिन आया था।
नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में संभाल चुकी हैं विदेश मंत्रालय
नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली पहली सरकार में विदेश मंत्रालय संभाल चुकीं स्वराज को सहानुभूति और भारतीय कूटनीति के मानवीय रुख प्रदर्शित करने के लिए जाना जाता है। पिछले वर्ष छह अगस्त को हृदय गति रुकने के बाद उनका निधन हो गया।
सुषमा स्वराज बेहद प्रसिद्ध मंत्री रही हैं। ट्विटर पर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली विदेश मंत्री वह रही हैं। उन्हें विदेश में संकट में फंसे भारतीयों की मदद करने के लिए भी जाना जाता है। ट्विटर पर मदद की गुहार पर वह त्वरित प्रतिक्रिया भी देती थीं। यही नहीं वह पाकिस्तान में भी लोकप्रिय थीं।