EU प्रेसिडेंट से प्रधानमंत्री मोदी ने की बात, कोविड-19 के कारण उपजे हालात पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय संघ की प्रेसिडेंट उर्सुला वोन डेर से फोन पर बात की। भारत और EU में कोविड-19 के कारण पैदा हालात पर दोनों शीर्ष नेताओं ने बात किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने कोविड-19 से संघर्ष में भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी चर्चा की।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को यूरोपीय संघ की प्रेसिडेंट उर्सुला वोन डेर (Ursula von der Leyen) से फोन पर बात की। भारत और EU में कोविड-19 के कारण पैदा हालात पर दोनों शीर्ष नेताओं ने बात किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 की दूसरी लहर से संघर्ष में भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 की आपदा झेल रहे भारत की मदद के लिए आग आए यूरोपीय संघ और उसके सदस्यों की सराहना की। दोनों नेताओं ने जुलाई में हूए समिट के बाद से भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी को लेकर कहा कि इससे नया विस्तार मिला है।
Spoke to President of the EU Commission @vonderleyen and thanked EU for support and assistance to India’s COVID response.
We discussed India-EU Leaders’ Meeting on 8 May. I am confident that the Meeting will provide a new momentum to our Strategic Partnership.— Narendra Modi (@narendramodi) May 3, 2021
हाल में ही भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि तथा ऑक्सीजन की कमी के संकट के बीच यूरोपीय संघ ने भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की थी तथा स्थिति से निपटने में भारत को सहयोग प्रदान करने की पेशकश की ।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कहा था कि भारत और यूरोपीय संघ 8 मई को दोनों पक्षों के बीच डिजिटल शिखर सम्मेलन में महामारी से लड़ाई में संभावित सहयोग के बारे में चर्चा करेंगे। उन्होंने इस बाबत ट्वीट भी किया था। इसमें उन्होंने लिखा कि यूरोपीय संघ कोविड-19 महामारी के बीच भारत के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। वायरस के खिलाफ लड़ाई सामान्य लड़ाई नहीं है । हम 8 मई को नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के बीच बैठक के दौरान यूरोपीय संघ-भारत के बीच सहयोग के बारे में चर्चा करेंगे । बता दें कि 16वीं भारत-यूरोपीय संघ शिखर बैठक डिजिटल माध्यम से 8 मई को होगी।
भारत महामारी के दूसरी लहर के चपेट में है, यहां लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। कई राज्यों में बिस्तरों से लेकर ऑक्सीजन तक की कमी की खबरें आ रही हैं। कई अस्पतालों में चिकित्सीय आक्सीजन की कमी की भी खबरें आ रही हैं ।