वैक्सीन उत्पादकों के साथ पीएम मोदी ने की महत्वपूर्ण बैठक, कहा- आगे की चुनौतियों के लिए साथ काम करने की जरूरत
बैठक में टीका उत्पादन उसकी क्षमता उनसे जुड़े अनुसंधान जैसे मसलों के साथ इस बात को लेकर भी चर्चा की गई कि भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग जगत की क्या-क्या भूमिका हो सकती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दो दिन पहले टीकाकरण में 100 करोड़ के विशाल आंकड़े को पार करने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद टीका उत्पादन उद्योग से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन उत्पादकों से कहा कि उन्हें आगे की चुनौतियों की तैयारी के लिए लगातार एक साथ काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर भारत की ओर देख रही है। पिछले डेढ़ सालों में काम करने के तौर-तरीकों में हमने जो सर्वोत्तम तरीका अपनाया है, उसे चलन में लाने की जरूरत है। हमें वैश्विक मानदंडों के मुताबिक अपने तरीकों को बदलने का यह बेहतर अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीकाकरण की सफलता की कहानी में इन उत्पादकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने महामारी के दौरान इन उत्पादकों द्वारा दिए गए भरोसे की भी तारीफ की।
भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का करना है नेतृत्व
बैठक में टीका उत्पादन, उसकी क्षमता, उनसे जुड़े अनुसंधान जैसे मसलों के साथ इस बात को लेकर भी चर्चा की गई कि भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग जगत की क्या-क्या भूमिका हो सकती है। वहीं, अन्य टीके की तरह भारत कैसे कोरोना टीका के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बन सकता है और उसकी कीमत भी दुनिया में सबसे कम हो।
इस मौके स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, भारत बायोटेक, रेड्डी लेबोरेटरीज, जायडस कैडिला, बायोलाजिकल ई, जेनोवा बायोफार्मा और पैनेसिया बायोटेक के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सरकार के सहयोग की बदौलत 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ: पूनावाला
प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन और सरकार के सहयोग की बदौलत हमने टीकाकरण में 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में वैक्सीन के उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी के साथ भविष्य में इस प्रकार की महामारी के लिए तैयार रहने के उपायों पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में इन दिनों वैक्सीन उत्पादन में निवेश हो रहा है, लेकिन भारत को वैक्सीन उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग की भूमिका को लेकर चर्चा की गई। जाइडस के चेयरमैन पंकज पटेल ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है।
कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत होगा पूरी तरह से आत्मनिर्भर
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन की वजह से भारत टीका उत्पादन में इस प्रकार के बड़े लक्ष्य को हासिल कर सका है। खासकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के टीकाकरण के जिक्र से देश के वैज्ञानिकों का हौसला काफी बढ़ा है। उद्योग जगत ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिया कि अन्य टीकों की तरह कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर होगा और भारत में बनने वाले टीके सबसे सस्ते भी होंगे। भारत ने गत 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीका देने का लक्ष्य हासिल किया था। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी टीकाकरण की दर को लेकर सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की और उनसे टीके की दूसरी डोज में तेजी लाने के लिए कहा गया।