कोरोना वैक्सीन की 51 फीसद डोज संपन्न देशों के नाम, शुरुआती दौर में 5.9 अरब डोज उपलब्ध कराएंगी फार्मा कंपनियां
दुनिया की दिग्गज फार्मा कंपनियों की ओर से विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन की लगभग 51 फीसद डोज संपन्न देशों ने अपने नाम कर ली है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दूसरे और तीसरे चरण के दौर से गुजर रही कोरोना की करीब पांच वैक्सीन के बारे में अभी यह तय नहीं है कि कौन सी वैक्सीन ट्रायल पर खरी उतर कर पहले बाजार में आएगी। लेकिन इनमें से ज्यादातर की खरीद के लिए अग्रिम सौदे हो चुके हैं। दुनिया की दिग्गज फार्मा कंपनियों की ओर से विकसित की जा रही इन वैक्सीन के लिए बहुत मारामारी है। संपन्न देशों ने लगभग 51 फीसद डोज अपने नाम कर ली हैं।
शुरुआती दौर में करीब 5.9 अरब डोज होगी उपलब्ध
आक्सफैम की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि फार्मा कंपनियां शुरुआती दौर में करीब 5.9 अरब डोज उपलब्ध कराएंगी। इनमें से तीन अरब डोज अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय यूनियन, आस्ट्रेलिया, हांगकांग, मकाऊ, स्विटजरलैंड और इजरायल जैसे देशों को उपलब्ध कराई जाएंगी। खास बात यह है कि इन देशों की जनसंख्या दुनिया की कुल आबादी का 13 प्रतिशत ही है।
यूरोपीय यूनियन कर चुका है आगाह
वहीं 2.6 अरब डोज भारत, चीन, ब्राजील, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और मेक्सिको जैसे विकासशील देशों को उपलब्ध कराई जाएंगी। बाकी बचा हिस्सा शेष देशों को नसीब होगा। इससे यह बात साबित होती है कि अधिकांश गरीब देशों को शुरुआती दौर में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन के डोज उपलब्ध नहीं हो सकेंगी। इस संबंध में यूरोपीय यूनियन की चीफ उर्सला वॉन डेर लेयेन ने चेताया है कि वैक्सीन के प्रति राष्ट्रवादी दृष्टिकोण हम लोगों को खतरे में डाल सकता है।
कमजोर देशों के साथ भेदभाव होगा खतरनाक
उर्सला वॉन डेर लेयेन का कहना है कि गरीब और कमजोर देशों को यदि वैक्सीन से महरूम रखा गया तो यह हम सभी लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। उधर आक्सफैम अमेरिका के राबर्ट सिल्वरमैन ने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता इस बात पर निर्भर नहीं होनी चाहिए कि आप कहां रहते हैं और आपके पास कितना पैसा है। दुनिया के किसी भी कोने में कोरोना का वही खतरा है जो विकसित देशों में है।
मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगा अमेरिका
कोरोना से निपटने के लिए ट्रंप प्रशासन जनवरी से निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करा सकता है। इस संबंध में अमेरिकी सरकार ने बुधवार को अपनी योजना की जानकारी दी। अमेरिका के स्वास्थ्य एवं जनसेवा विभाग और रक्षा विभाग ने संयुक्त रूप से दो दस्तावेज जारी कर कोरोना वैक्सीन वितरण की अपनी महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा बताई। इसमें बताया गया कि किस तरह सभी लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी।