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भारत में मिले कोरोना वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन, शोध में दावा

भारत में पहली बार पाए गए कोरोना वायरस के बी.1.617 और बी.1.618 वैरिएंट के खिलाफ फाइजर/बायोएनटेक और मॉडर्ना की वैक्सीन प्रभावी पाई गई है। भारत में जल्द ही फाइजर की कोरोना वैक्सीन आ सकती है। इसको लेकर सरकार से बातचीत चल रही है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 11:46 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 11:46 AM (IST)
भारत में मिले कोरोना वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन, शोध में दावा
भारत में मिले कोरोना वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी फाइजर-मॉडर्ना वैक्सीन। (फोटो: दैनिक जागरण)

नई दिल्ली, एएनआइ। भारत में पहली बार पाए गए कोरोना वायरस के बी.1.617 और बी.1.618 वैरिएंट के खिलाफ फाइजर/बायोएनटेक और मॉडर्ना की वैक्सीन प्रभावी पाई गई है। सीएनएन ने शोधकर्ताओं के हवाले से यह जानकारी दी है। अभी इस शोध रिपोर्ट का प्रकाशन नहीं हुआ है। ऑनलाइन सर्वर बीआइओआरएक्सआइवीडॉटओआरजी पर पोस्ट किए गए शोध पत्र के मुताबिक लैब में सेल कल्चर के जरिये यह पाया गया है कि दोनों कंपनियों की वैक्सीन से पैदा होने वाली एंटीबॉडी इन वैरिएंट के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान करती है।

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न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लैब में प्रयोग के नतीजों से यह साफ हो गया है कि जिन लोगों ने ये टीके लगवाएं हैं वो इन दोनों वैरिएंट से सुरक्षित हो गए हैं। हालांकि, वास्तविक वैरिएंट से इन दोनों कंपनियों की वैक्सीन किस हद तक सुरक्षा प्रदान करती है, इसके बारे में पता लगाने के लिए अभी और शोध की जरूरत है।

अगले कुछ महीनों में विश्वस्तर की कई कोरोना वैक्सीन भारत में काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकती हैं। इससे भारत में कम समय में टीकाकरण अभियान पूरा करने के साथ ही देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बचाने में मदद मिलेगी। वैक्सीन उत्पादन के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार में छूट देने को लेकर भारत का प्रयास रंग लाता दिख रहा है। हालांकि यह सब जून के बाद ही संभव हो सकता है।

अमेरिका में बच्चों को वैक्सीन

अमेरिका में बच्‍चों को भी कोरोना की वैक्‍सीन लगने का रास्‍ता साफ हो गया है।अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने फाइजर-बायोएनटेक की कोविड-19 वैक्सीन (Pfizer-BioNTech COVID-19 Vaccine) को 12 से 15 साल के किशोरों में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी।

कनाडा में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को लगाई जा रही फाइजर वैक्सीन

कनाडा में 12 साल और उससे ज्यादा उम्र के बच्चों को फाइजर की वैक्सीन लगाने की मंजूरी मिल चुकी है। वहां 12 से 15 साल के बच्चों को फाइजर की वैक्सीन लगाने की अनुमति दे दी गई है और इससे बच्चों के जन जीवन को सामान्य बनाने में मदद मिलेगी। 


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