हवाला के जरिए खाड़ी देशों से धन इकट्ठा कर रहा राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल पीएफआइ
पीएफआइ का नाम नागरिकता कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हिंसक घटनाएं करवाने में आया था। चंदे से प्राप्त होने वाली धनराशि से पीएफआइ अपना विस्तार कर रहा है और नए सदस्य भर्ती कर रहा है। हवाला के जरिये धन विदेश से आ रहा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) ने हाल ही में केरल में नेशनल डेवलपमेंट फंड नाम से एक अन्य संगठन गठित किया है। यह उस संगठन के नाम पर खाड़ी के देशों से चंदा एकत्रित कर रहा है। पीएफआइ का नाम नागरिकता कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हिंसक घटनाएं करवाने में आया था। चंदे से प्राप्त होने वाली धनराशि से पीएफआइ अपना विस्तार कर रहा है और नए सदस्य भर्ती कर रहा है।
ईडी ने दाखिल किया आरोप पत्र
हवाला के जरिये धन विदेश से आ रहा है और देश के भीतर भी उसका लेन-देन हो रहा है। ऐसा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में सामने आया है। जांच में पता चला है कि पीएफआइ ने केवल यूएई से 50 हजार दिरहम (9.90 लाख रुपये) से ज्यादा की धनराशि एकत्रित की है। उसका लक्ष्य यूएई से 12.5 लाख दिरहम एकत्रित करने का है। ईडी ने कोर्ट में दाखिल अपने पहले आरोप पत्र में यह बात कही है। यह आरोप पत्र पीएफआइ के पांच पदाधिकारियों पर चल रहे मामलों के सिलसिले में दाखिल किया गया है। ये सभी छात्र हैं। इनमें पीएफआइ की छात्र शाखा का राष्ट्रीय महासचिव केए रऊफ शेरिफ भी शामिल है। उसे साथियों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है।
शेरिफ ने स्वीकार किया है कि वह छात्र शाखा सीएफआइ में 2013 में शामिल हुआ था और उसके बाद 2015 में पीएफआइ का सदस्य बना। ईडी के अनुसार शेरिफ को 2019 में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था। ईडी का दावा है कि पीएफआइ विदेश से 100 करोड़ रुपये की धनराशि एकत्रित करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इस धनराशि से वह आने वाले कुछ वर्षो में अपने संगठन को भारत में मजबूत करना चाहता है।