पेट्रोलियम मंत्री ने कहा- महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी गवाह बनी 'उज्ज्वला'
पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के आने से घरों के पारंपरिक चूल्हों से निकलने वाला धुआं से महिलाओं को निजात मिल गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना 'उज्ज्वला' महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी गवाह बन गई है। महिलाओं के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव लाने वाली यह योजना सशक्तिकरण का सबसे बड़ा कारक भी है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने केंद्र सरकार की इस योजना की सफलता के बारे में विस्तार से जिक्र करते हुए कहा 'पिछले पांच सालों में ही केंद्र का राजग सरकार ने रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शनों की संख्या को बढ़ाकर दोगुना से भी अधिक कर दिया।'
महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक जीवन में बदलाव लाया 'उज्ज्वला'
केंद्रीय मंत्री प्रधान शुक्रवार को यहां आयोजित एक कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यशाला का आयोजन इस समय चल रहे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस- 2020 समारोहों के मद्देनजर किया गया था। घरेलू महिलाओं का सर्वाधिक समय रसोईघर में बीतने की वजह से वो धुएं से होने वाले रोगों से सबसे ज्यादा ग्रसित रहती थी। इस एक योजना ने उनके सामाजिक व आर्थिक जीवन में बदलाव कर दिया है। देश में एलपीजी की कवरेज जहां पहले 55 फीसद थी, वह अब बढ़कर 97.4 फीसद हो गया है।
मंत्री ने कहा- उज्ज्वला से पारंपरिक चूल्हों से निकलने वाला धुआं से महिलाओं को निजात मिली
पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ( पीएमयूवाई ) के आने से घरों के पारंपरिक चूल्हों से निकलने वाला धुआं से महिलाओं को निजात मिल गई है। महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए चूल्हे का धुंआ बहुत खतरनाक होता है। समाज की गरीब महिलाओं को सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल एलपीजी ईंधन उपलब्ध करने से घरों में धुएं का प्रदूषण कम हो गया है। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि यह अभियान अभी यही नहीं रुकेगा। इसका लक्ष्य शत प्रतिशत प्राप्त करना है।
जलवायु परिवर्तन समूचे विश्व के लिए बड़ी चुनौती
उन्होंने कहा 'इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लोगों की आदतों में बदलाव, सप्लाई लाइन को दुरुस्त और पुख्ता बनाना और स्वच्छ ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरुक करना हमारी प्राथमिकताएं हैं।' एलपीजी सिलिंडर को रीफिल करने की प्रतिक्रिया के लिए कुछ नये तरीकों की तलाश की जा रही है। जलवायु परिवर्तन के कुप्रभावों पर चिंता जताते हुए प्रधान ने कहा कि यह समूचे विश्व के लिए एक बड़ी चुनौती है।
सस्ती, टिकाऊ, कारगर, सुरक्षित ऊर्जा जरूरी
आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ऊर्जा को महत्वपूर्ण घटक बताते हुए उन्होंने कहा 'हम देश में ऊर्जा न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। सस्ती, टिकाऊ, कारगर, सुरक्षित ऊर्जा जरूरी है। प्रधान ने कहा कि इस योजना में बड़ी संख्या में लाभार्थियों ने हिस्सा लिया और अपने अनुभवों को साझा किया। इसमें उनके घरों में गैस का चूल्हा आने के बाद उनके जीवन में कितना सुधार हुआ है।