पवार ने मुंडे को कांग्रेस में जाने से रोका था
भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के असामयिक निधन के बाद शिवसेना मुखपत्र सामना ने खुलासा किया है कि कुछ वर्ष पहले भाजपा से नाराज चल रहे मुंडे को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कांग्रेस में जाने से रोका था।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के असामयिक निधन के बाद शिवसेना मुखपत्र सामना ने खुलासा किया है कि कुछ वर्ष पहले भाजपा से नाराज चल रहे मुंडे को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कांग्रेस में जाने से रोका था। यह खुलासा उस खुलासे की अगली कड़ी माना जा रहा है, जिसमें महाराष्ट्र के मुंडे समर्थक भाजपा नेता पांडुरंग फुंडकर ने कहा था कि मुंडे को कांग्रेस में जाने से शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने रोका था।
गौरतलब है कि फुंडकर ने दो दिन पहले महाराष्ट्र विधानसभा में दिवंगत मुंडे को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि मुंडे को भाजपा में पर्याप्त सम्मान नहीं मिला जिसके कारण वह पार्टी छोड़ने वाले थे। लेकिन बाल ठाकरे ने उनके माथे पर भगवा टीका लगाते हुए उन्हें यह कहकर रोका कि इस भगवा का अपमान न होने देना। आज उसी शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने पार्टी मुखपत्रसामना में लिखा है कि मुंडे ने भाजपा छोड़ने से पहले मराठा छत्रप शरद पवार से राय ली थी। तब पवार ने उन्हें पार्टी न छोड़ने की सलाह देते हुए कहा था कि आप भाजपा में ही रहिए। भाजपा आपकी सभी मांगें मान लेगी।
राउत के अनुसार पवार ने न सिर्फ मुंडे, बल्कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को भी मुंडे को पार्टी में रोके रहने की सलाह दी थी। राजनाथ से पवार ने कहा था कि पिछड़े वर्गो में मुंडे की गहरी पैठ है। राउत के अनुसार मुंडे अपनी पार्टी के नेताओं के सामने सही सलाह देने के लिए पवार का आभार भी मान चुके थे।