'Vande Bharat': लंदन से इंदौर पहुंचे यात्री हुए भावुक, बोले- अपना भारत जैसा कोई देश नहीं
लंदन से लौटे भारतीयों की मुंबई और इंदौर में जांच की गई लेकिन किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। यात्रियों का दो दिन बाद फिर टेस्ट किया जाएगा।
इंदौर, स्टेट ब्यूरो। रविवार सुबह एयर इंडिया का विमान लंदन से मुंबई होते हुए 93 यात्रियों को लेकर इंदौर पहुंचा। अपनी जन्मभूमि पर पहुंचकर कई यात्री भावुक हो गए और बोले, 'अपने भारत देश जैसा कोई देश नहीं है।' ज्ञात हो कि केंद्र सरकार की 'वंदे भारत' योजना के तहत विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों का स्वदेश लाया जा रहा है। लंदन से पहुंचे यात्रियों में इंदौर समेत मप्र के अन्य शहरों के अलावा छत्तीसगढ़ व गुजरात के भी यात्री हैं।
एयरपोर्ट से अपने-अपने जिलों को रवाना हुए यात्री
देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट इंदौर की डायरेक्टर अर्यमा सान्याल ने बताया कि रविवार सुबह आठ बजे लंदन से फ्लाइट इंदौर आई। इसमें आए यात्रियों में से करीब 15 यात्री इंदौर के थे। अन्य यात्रियों में मप्र के ग्वालियर, भोपाल, रतलाम, भिंड और गुजरात व छत्तीसगढ़ के भी थे। इन्हें उनके राज्यों में रवाना कर दिया गया। जिन लोगों के पास खुद की गाड़ी थी, वे अपने ड्राइवरों के साथ रवाना हो गए। बाकी यात्रियों को टैक्सी उपलब्ध कराई गई। इंदौर के यात्रियों को चार्टर्ड बस से दो होटल भेजा गया। दूसरे जिलों के यात्रियों की सूची वहां के जिला प्रशासन को भेजी गई है। उनके गृह जिले की बॉर्डर पर ही इन लोगों की स्क्रीनिंग होगी।
विमान से उतरने के बाद यात्रियों की स्वास्थ्य जांच
यात्रियों से मुंबई में ही क्वारंटाइन फॉर्म भरवा लिए गए थे। जब ये इंदौर पहुंचे तो एयरोब्रिज में ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी जांच की। इसके बाद ही उन्हें उनका सामान दिया गया। सवा घंटा लेट आया विमान यात्रियों के मुताबिक विमान लंदन से ही लेट हुआ और अपने तय समय से एक घंटा लेट आया। इसके बाद मुंबई में विमान बदला गया। जब वह टेक ऑफ के लिए तैयार हुआ तो उसमें कुछ तकनीकी दिक्कत हो गई जिससे विमान लेट हुआ। इसके बाद अपने तय समय से सवा घंटा लेट इंदौर आया।
यात्री बोले-सरकार का दिल से करते हैं शुक्रिया
-अकेले यात्रा कर इंदौर आई बीना राठी ने बताया, 'मैं चार महीने पहले अपनी बेटी की डिलिवरी के लिए गई थी। इसके बाद वहीं फंस गई। बड़ी मुश्किल से आई हूं।'
-आरके लक्ष्मण और पत्नी रोजमैरी लक्ष्मण ने बताया, 'हम लोग बच्चों से मिलने गए थे, लेकिन लौटने के पहले ही वहां लॉकडाउन हो गया। देश लौटने पर हम सरकार का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।'
-अशोक अग्रवाल ने बताया, 'लंदन में काफी दिक्कत है, लेकिन यहां आने के बाद परेशानी कम हुई है। भारत सरकार ने काफी अच्छा काम किया। हम लोग वहीं फंस गए थे।'
-अपने दो साल के बेटे आरव के साथ आए सॉफ्टवेयर इंजीनियर आशीष उपाध्याय ने बताया, 'वे सतना के रहने वाले हैं। पत्नी प्रियंका के साथ लंदन में थे। लॉकडाउन के बाद सभी कामकाज समेटकरअब भारत आ गए हैं। बेटे को भारत आने की काफी खुशी है।'
अभी नहीं मिले कोरोना के लक्षण, दो दिन बाद फिर होगी जांच
लंदन से लौटे भारतीयों की मुंबई और इंदौर में जांच की गई, लेकिन किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं। इन यात्रियों का दो दिन बाद फिर टेस्ट किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कुवैत से इंदौर आए 234 यात्रियों में से 44 यात्री पॉजिटिव पाए गए थे। इन सभी को भोपाल में सेना के सेंटर में क्वारंटाइन किया गया।