आरोपों पर पंकजा की सफाई, तय रेट से हुई खरीद प्रक्रिया
महाराष्ट्र सरकार में महिला व बाल विकास कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कुछ भी नियम के विपरीत नहीं हुआ है। नियमों के अनुसार ही खरीद प्रक्रिया अपनाई गई है।
मुंबई । महाराष्ट्र सरकार में महिला व बाल विकास कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कुछ भी नियम के विपरीत नहीं हुआ है। नियमों के अनुसार ही खरीद प्रक्रिया अपनाई गई है। पंकजा ने कहा कि सरकार द्वारा जो रेट तय किए गए थे उसके मुताबिक ही खरीद की गई है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए तथ्यों की जानकारी के बिना आरोप लगाए गए हैं। पंकजा ने कहा कि इससे लोगों का व्यवस्था पर विश्वास कमजोर होता है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे पर 206 करोड़ के घोटाले का आप लगा है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उन पर सरकारी स्कूलों के लिए किताब, चिक्की व वाटर फिल्टर की खरीद में नियम के विपरीत खरीददारी का आरोप लगाया है।
पंकजा मुंडे भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की पुत्री हैं। मालूम हो कि गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु जून 2014 में एक सड़क दुर्घटना के दौरान हो गई थी।
महाराष्ट्र कांग्रेस ने पंकजा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने तकरीबन 24 कान्ट्रेक्ट अपने करीबियों को दिए हैं। आरोपों के मुताबिक मुंडे ने बिना टेंडर के सभी खरीद को अंजाम दिया। जबकि नियम है कि तीन लाख से ऊपर की खरीद के लिए ई टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जाती है।
कांग्रेस ने कहा कि मुंडे ने 24 कॉन्ट्रेक्ट को 24 घंटे के अंदर मंजूरी दी। दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णनवीस अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते । कांग्रेस ने मांग की है इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के वर्तमान जज से कराई जाए। साथ ही माकन ने कहा कि पंकजा मुंडे को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
बहरहाल जिस तरह से नए घोटाले सामने आ रहे हैं, भाजपा के लिए मुसीबतें दिन ब दिन बढ़ती जा रही हैं। ललित मोदी प्रकरण में वसुंधरा व सुषमा का नाम आने से पहले ही भाजपा बचाव की मुद्रा में है। इस बीच महाराष्ट्र में घोटाले का उजागर होना पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है।