पाकिस्तानी तालिबान के नेता ने कहा, परिजनों को छुड़वाएं इमरान
प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान को भी टीटीपी के नजदीक माना जाता था।
नई दिल्ली, आइएएनएस। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर अपने परिजनों की रिहाई की मांग की है। बीती फरवरी में एहसन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की हिरासत से फरार हो गया था।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में एहसन ने कहा है कि सेना उसके परिवार के दस लोगों को पकड़ ले गई है और तीन महीने से अज्ञात स्थान पर रखकर उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। यह पाकिस्तान के कानून का उल्लंघन है। आतंकी ने लिखा है कि प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान खान स्वयं सेना के इस तरह की कार्रवाइयों के खिलाफ आवाज उठाते थे। इसलिए अब वह उसके परिजनों गैरकानूनी हिरासत से रिहा कराएं।
उल्लेखनीय है कि टीटीपी अफगान तालिबान का पाकिस्तानी संस्करण है। यह पाकिस्तान में सख्त शरई कानून लागू करने के पक्ष में है। उसने कई बड़े आतंकी हमले भी अंजाम दिए हैं। पेशावर के सैनिक स्कूल में हुआ हमला इनमें से एक है। प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान को भी टीटीपी के नजदीक माना जाता था।
एहसान ने तीन साल पहले पाकिस्तानी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा प्रतिष्ठान द्वारा अन्य पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ प्रदान की गई विश्वसनीय जानकारी के बदले उसे छोड़ दिया गया था। दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते के अनुसार, पाकिस्तान सेना और आइएसआइ ने उसके पैतृक गांव में एहसान के घर को फिर से बनाने का वादा किया था और उसे एक सुरक्षित स्थान और सुरक्षा देने का भी वादा किया था। इसके अलावा उसे सेल फोन और इंटरनेट का उपयोग करने की भी अनुमति दी गई थी।
एहसान पेशावर आर्मी स्कूल पर हुए जानलेवा आतंकी हमले और साल 2012 में मलाला युसुफजई पर गोलीबारी का जिम्मेदार है। वह जब फरार हुआ तो एक सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें एहसान ने कहा था कि पाकिस्तानी सेना, साल 2017 में सरेंडर करने के दौरान उससे किए गए वादे को पूरा करने में नाकाम रही जिससे वह जेल से फरार हो गया।