लॉकडाउन के कारण भारत में फंसे पाकिस्तानी नागरिक की वतन वापसी आज
लॉकडाउन के कारण अनेकों लोग अपने देश से दूर फंस गए थे। इस क्रम में भारत में फंसी सलमा चौधरी का भी नाम है। वे आज वापस पाकिस्तान जा रही हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोविड-19 के मद्देनजर मार्च महीने के अंत में अचानक लागू किए गए कोरोना वायरस महामारी कोविड-19 (COVID-19 ) के कारण भारत में अनेकों पाकिस्तानी नागरिक फंस गए थे। ये सभी नागरिक गुरुवार को अटारी-बाघा बॉर्डर के जरिए अपने देश वापस लौट गए।
भारत में फंसे कराची निवासियों में से एक सलमा चौधरी ( Salma Chaudhary) ने बताया कि महामारी के कारण उन्हें अनेकों परेशानियां झेलनी पड़ी। सलमा ने इस दौरान मिली मदद के लिए पाकिस्तानी दूतावास और विदेश मंत्रालय का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, ' मैं यहां मार्च में वीजा रिन्यूअल के कारण 15 दिनों के लिए आई थी और लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गई। कई परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन अंतत: आज अपने घर लौट रही हूं। विदेश मंत्रालय ( MEA ) और पाकिस्तानी दूतावास ( Pakistan High Commission) द्वारा मुझे सहायता करने के लिए धन्यवाद।'
कराची निवासी सलमा भारतीय नागरिक हैं ओर पाकिस्तानी शख्स से शादी की है। उन्होंने बताया, 'मैं, मेरे पति और 7 साल का मेरा बेटा पाकिस्तान में रहते हैं। महीनों बाद मैं अपने घर वापस जा रही हूं और उन लोगों से मिलूंगी इसलिए काफी खुश हूं।'
इससे पहले मई में जिन पाकिस्तानी नागरिकों को वतन वापस भेजा गया उनके बारे में जानकारी पाकिस्तान की ओर से भारत को दी गई थी। वे लॉकडाउन के वजह से भारत के विभिन्न राज्यों फंस गए थे। इनके परिजन पाक सरकार से वतन वापसी करवाने की मांग कर रहे थे। जानकारी मिलने के तुरंत बाद हरकत में आई भारत सरकार ने 179 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी। पाकिस्तान भेजने से पहले जगह-जगह पर इन लोगों की मेडिकल जांच की गई। इसके बाद ही पाकिस्तान भेजा गया।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पाकिस्तान ने बॉर्डर को 19 मार्च को ही बंद कर दिया था। दोनों देशों के बीच ट्रेन सेवा को कोरोना वायरस की महामारी के बाद रद कर दिया गया था जिसके कारण सैंकड़ों पाकिस्तानी गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, नई दिल्ली और राजस्थान में फंसे थे। पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भेजने के लिए इस साल जून में तीन दिनों के लिए अटारी-बाघा बॉर्डर को खोला गया था। 14 मार्च को भारत ने सीमा पार की गतिविधियों पर रोक लगाई थी।