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पाकिस्तान ने मदरसों पर कसा शिकंजा, इस प्रांत के सभी मदरसों को लिया सरकारी नियंत्रण में

आतंकियों का गढ़ माने जाने वाले पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनवा में सरकार ने मदरसों को अब सीधे सरकारी नियंत्रण में ले लिया है।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Wed, 10 Jan 2018 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jan 2018 09:00 PM (IST)
पाकिस्तान ने मदरसों पर कसा शिकंजा, इस प्रांत के सभी मदरसों को लिया सरकारी नियंत्रण में
पाकिस्तान ने मदरसों पर कसा शिकंजा, इस प्रांत के सभी मदरसों को लिया सरकारी नियंत्रण में

नीलू रंजन, नई दिल्ली। भारत में मदरसों पर निगरानी को लेकर चल रही बहस के बीच पाकिस्तान ने आतंकियों का गढ़ माने जाने वाले खैबर-पख्तूनवा में मदरसों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। खैबर-पख्तूनवां सरकार ने मदरसों को अब सीधे सरकारी नियंत्रण में ले लिया है। इन मदरसों के पंजीकरण, पाठ्यक्रम, पढ़ाई और निगरानी स्कूली शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया गया है। माना जा रहा है कि आतंकी संगठनों की सप्लाई लाइन काटने के लिए यह कदम उठाया गया है।

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शिया वक्फ बोर्ड की भारत में मदरसों की शिक्षा को खत्म करने की मांग

गौरतलब है कि मंगलवार को शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने भी मदरसों की शिक्षा को खत्म करने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत विभिन्न राज्यों को पत्र भी लिखा था। रिजवी का कहना था कि मदरसों की शिक्षा से बच्चे देश की मुख्य धारा से कट जाता है और उनका रूझान आतंकवाद की ओर हो जाता है। हैरानी की बात यह है कि खैबर-पख्तूनवां ने भी इन्हीं तर्को के आधार पर मदरसों पर शिकंजा कसा गया है।

आतंकी पैदा करने के लिए 1980 के दशक में बड़े पैमाने पर खोले गए थे मदरसे

दरअसल 1980 के दशक में अफगानिस्तान में सोवियत सेना के खिलाफ लड़ाई के लिए आतंकी पैदा करने में खैबर-पख्तूनवां इलाके में बड़े पैमाने पर मदरसे खोले गए थे। कभी पाकिस्तानी रणनीति का अहम हिस्सा माने जाने वाले ये मदरसे अब उसकी गले की फांस बन गए हैं। यहां तक कि मदरसों की पहचान उनसे जुड़े आतंकी व कट्टरपंथी संगठनों के साथ जुड़ाव को लेकर होने लगी थी। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पूरे पाकिस्तान में फैले मदरसों से निकलने वाले छात्र आतंकवादी संगठनों और कट्टरपंथी जमातों की लाइफ लाइन बन गए हैं।

पिछले दिनों इस्लामाबाद में कट्टरपंथी जमातों के धरने के कारण भड़की हिंसा और उनकी मांग के आगे झुकते हुए कानून मंत्री के इस्तीफे के बाद पाकिस्तान में मदरसों पर शिकंजा कसने की मांग तेज हो गई थी। माना जा रहा है कि खैबर-पख्तूनवां सरकार का कदम इसी दिशा में है। ध्यान देने की बात यह है कि खैबर-पख्तूनवां में इमरान खां की पार्टी पाकिस्तानी तहरीके इंसाफ की सरकार है।

स्कूली शिक्षा विभाग तैयार करेगा अब इन मदरसों का पाठ्यक्रम

पाकिस्तानी मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक खैबर-पख्तूनवां सरकार ने सभी मदरसों को अब स्कूली शिक्षा विभाग में पंजीकरण करने को कह दिया है। स्कूली शिक्षा विभाग ही अब इन मदरसों का पाठ्यक्रम तैयार करेगा और छात्रों की परीक्षा भी लेगा। इसके साथ ही स्कूली शिक्षा विभाग इन मदरसों की रोजमर्रा के कार्यक्रमों पर निगरानी भी करेगा। इस पूरी कवायद का उद्देश्य मदरसों में धार्मिक कट्टरता की पढ़ाई पर लगाम लगाना है। ताकि आतंकवाद की सप्लाई लाइन काटी जा सके।

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