जवाबी कार्रवाई से सहमा पाकिस्तान, बीएसएफ से शांति की लगाई गुहार
बीएसएफ के प्रवक्ता के अनुसार पाकिस्तानी रेंजर्स ने संपर्क कर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति बहाली की गुहार लगाई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी के बाद भारत की ओर से कड़ा जवाब मिलने पर पाकिस्तानी रेंजर्स सहम गए हैं। उसने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति स्थापित करने के लिए गुहार लगाई है।
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले शुक्रवार को पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाया था। इसमें बीएसएफ के एक जवान शहीद हो गए थे, जबकि चार नागरिकों की मौत हो गई थी। बीएसएफ ने इसका कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान में भारी तबाही मचाई। बीएसएफ ने इसका 19 सेकेंड का एक वीडियो भी जारी किया है। बीएसएफ के प्रवक्ता के अनुसार पाकिस्तानी रेंजर्स ने संपर्क कर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति बहाली की गुहार लगाई है। भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी रेंजर मारा गया था और भारी नुकसान हुआ था। बीएसएफ के अनुसार इसी तबाही ने पाकिस्तान को शांति बहाली के लिए मजबूर किया।
पाकिस्तान ने इस साल अभी तक जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 700 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। इससे सुरक्षाबलों के 18 जवानों सहित कुल 38 लोगों की मौत हो चुकी है। कई बार हजारों लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए विवश हुए हैं। जबकि सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूल आए दिन बंद रहते हैं। सीमा पर शांति बहाली के लिए कई बार फ्लैग बैठकें भी हो चुकी हैं, मगर कुछ दिन की शांति के बाद फिर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता। इस बार तीन दिनों में ही पाकिस्तान ने हाथ खड़े कर दिए और बीएसएफ से शांति बहाली के लिए संपर्क किया।
सरहद पर शांति, दहशत बरकरार
सरहद पर पाकिस्तान की गोलाबारी से सीमांत गांवों में दहशत बरकरार है। शुक्रवार तड़के हुई भारी गोलाबारी के बाद शनिवार और रविवार को शांति बनी रही। दो दिनों से सरहद पर शांति है, फिर भी लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। किसान भी अपने खेतों में नहीं जा रहे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं पाकिस्तानी रेंजर्स उनको निशाना बनाकर गोलाबारी न शुरू कर दें। पाकिस्तानी गोलाबारी से सरहद के पांच किलोमीटर क्षेत्र में स्थित करीब 42 गांवों पर असर पड़ा है। पूर्व नंबरदार जनक ¨सह ने बताया कि आए दिन पाकिस्तानी रेंजर्स की गोलाबारी से लोग परेशान हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। केंद्र सरकार को पाकिस्तान से बात करके सीमा पर तनाव कम करना चाहिए।