नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, दिन में 12 बार संघर्ष विराम का कर रहा है उल्लंघन
पाकिस्तानी सेना रोज लगभग 12 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। इस वर्ष 10 जून तक 2027 बार जंगबंदी को तोड़ा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में तमाम बड़े आतंकी कमांडरों के मारे जाने से हताश पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार फाय¨रग कर तनाव बढ़ा रहा है। हालत यह है कि पाकिस्तानी सेना रोज लगभग 12 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। इस वर्ष 10 जून तक 2027 बार जंगबंदी को तोड़ा है।
सुरक्षाबलों के अनुसार पाकिस्तान सेना आतंकियों को कवर फायर देने के लिए युद्धविराम का उल्लंघन करता है। जनवरी माह के दौरान 367 बार, फरवरी में 366, मार्च में 411, अप्रैल में 387, मई में 382 बार पाकिस्तानी सेना ने जंगबंदी तोड़ी है। मौजूदा जून माह के पहले 10 दिनों मे 114 बार जंगबंदी को तोड़ा गया है।
पाकिस्तान ने 2018 में 1629 बार जंगबंदी को तोड़ा
वर्ष 2019 में पाकिस्तानी सेना ने 3168 बार और 2018 में 1629 बार जंगबंदी को तोड़ा है। इस वर्ष के पहले पांच महीनों की तुलना 2019 और 2018 के पहले पांच माह के दौरान हुई जंगबंदी के उल्लंघन की घटनाओं से किया जाए तो साफ है कि कोरोना संकट के बावजूद न पाकिस्तान की नीति बदली और न नीयत।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्था लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि मौजूदा हालात में भारतीय सेना दो मोर्चो पर लड़ रही है। एक तरफ जनता की मदद की जा रही है, तो दूसरी तरफ आतंकियों से निपटा जा रहा है। आम लोगों के जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने के लिए हर कदम उठाया जा रहा है, लेकिन वह कामयाब नहीं होगा।
गौरतलब है कि रविवार को ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में पुंछ में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की, जिसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया और एक आम नागरिक घायल हो गया है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की और मोर्टार से गोले दाग कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने मेंढर सेक्टर में भी गोलीबारी की। इस गोलीबारी के कारण पिछले एक हफ्ते में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना पड़ा है।